'कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों'...ये कहावत को आपने कई बार सुनी होगी लेकिन आज इस कहावत को साकार रूप 'बाबा के ढाबा' के 80 साल के मालिक कांता प्रसाद ने कर दिया है। कांता प्रसाद कुछ दिनों पहले तक दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए भी मशक्कत कर रहे थे लेकिन कुछ सेकेंड का उनका रोता हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर ऐसा छाया कि उनकी ठेले पर लोगों के खाना खाने की भीड़ जुटने लगी और अब वो एक रेस्टोरेंट के मालिक बन गए हैं।
सभी सुविधाओं से भरपूर कांता प्रसाद का ये रेस्टोरेंट मालवीय नगर में हैं। जहां पर वो एक आलीशान कमरे में बैठकर अपने रेस्टोरेंट को चलाएंगे। कांता प्रसाद के नए रेस्टोरेंट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। इन तस्वीरों में कांता प्रसाद आलीशान कमरे में कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। कांता प्रसाद के रेस्टोरेंट की तस्वीरों को समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई ने शेयर किया है।
कांता प्रसाद ने इस मौके पर एनएनआई से बात करते हुए कहा- 'हम लोग बहुत ज्यादा खुश हैं कि भगवान ने हम पर कृपा बरसाई। मैं सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने हमारी मदद की। मैं सभी से गुजारिश करता हूं कि वो हमारे रेस्टोरेंट में आए। यहां पर हम लोग इंडियन के अलावा चाइनीज खाना भी परोसेगें।'