जंगल की दुनिया में सर्वाइव करना ही सबसे पहला नियम है। ये नियम अघोषित तौर पर शिकारी और शिकार के बीच है। यानी एक को खाकर दूसरे का पेट भरता है। शिकारी को पेट भरना है तो शिकार तो करना ही होगा। इसलिए शिकारी औऱ शिकार के बीच कभी दोस्ती औऱ आत्मीय संबंध नहीं बन पाते। वो कहावत भी आपने सुनी होगी कि घोड़ा घास से दोस्ती करेगा तो खाएगा क्या।
लेकिन कई बार शिकारी औऱ शिकार के बीच ऐसा नहीं होता। कई बार घोड़े और घास की दोस्ती हो जाती है। ऐसा ही एक दिलचस्प नजारा जंगल से आए एक वीडियो में देखा जा सकता है। यहां खतरनाक मगरमच्छ और बत्तखों के बीच दोस्ती का अजब नजारा दिख रहा है।
इस वीडियो को भारतीय वन सेवा में कार्यरत सुसांत नन्दा ने शेयर किया है।सुसांत ने कैप्शन दिया है - कुछ अजीब है। मगरमच्छ और बत्तखों की दोस्ती।
इस वीडियो में बत्तखों की फैमिली जिसमें बत्तख के साथ छोटे छोटे कई बच्चे हैं, एक मिट्टी के खोह में बैठी है। तभी वहां एक मगरमच्छ रेंगता हुआ आता है। बत्तख डरकर भागती नहीं है। ना ही बच्चे भागते हैं। मगरमच्छ बत्तख और उसके परिवार के बीच रेंगता हुआ खोह में घुस जाता है और अंदर जाकर बैठ जाता है। उसके घेरे के अंदर सारे बच्चे हैं और आगे बत्तख बैठी है।
एक साथ मगरमच्छ और बत्तखों के परिवार को बैठे देखना काफी अजीब लगता है लेकिन ये वीडियो बनावटी तो लगता नहीं है। प्रकृति में बहुत कुछ अजीब होता है। मगर और बत्तख दोनों ही जल मे रहते हैं लेकिन इनके बीच का रिश्ता शिकार औऱ शिकारी का है। वो भी तब जब मगर को खतरनाक शिकारी कहा जाता है, वो कैसे बत्तखों का दोस्त बन गया, समझ के परे है।
इस वीडियो को देखकर यूजर भी चकरा रहे हैं। कुछ तो बहुत ही आश्चर्य प्रकट कर रहे हैं। हालांकि एक यूजर ने कहा कि मगर का पेट पहले से भरा होगा और वो आराम की जगह खोज रहा होगा। दूसरे यूजर ने कहा कि जब पेट भरा हो तो शिकार भी दोस्त बन जाता है।
एक यूजर ने लिखा है कि बत्तख एक्स्ट्रा डरी हुई है, वो डरी हुई है क्योंकि सारे बच्चों को लेकर वो भाग नहीं सकती।
एक यूजर ने बड़ा ही दिलचस्प कमेंट किया है - इस वीडियो ने बचपन की याद दिला दी। पापा के जाने के बाद एक बड़े से डरावने अंकल आते थे।
एक यूजर ने लिखा है - मगर किराए पर रहता होगा, किराए के मकान के रूल्स नहीं तोड़ सकता।