कोरोना वायरस के बाद कई लोगों की रोजी रोटी पर बहुत ज्यादा फर्क पड़ा। कुछ लोग बेरोजगार हो गए तो कुछ लोगों को अपना जीवन यापन करना ही मुश्किल हो गया। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर दिल्ली के मालवीय नगर के 'बाबा का ढाबा' का एक वीडियो वायरल हुआ था। बाबा के बहते आंसुओं वाला वीडियो इतनी तेजी से वायरल हुआ कि 'बाबा का ढाबा' के बाहर हजारों लोगों की भीड़ खाना खाने के लिए लग गई। जिसके बाद आज बाबा हंसी खुशी अपनी जिंदगी जी रहे हैं। 'बाबा का ढाबा' की तरह कोरोना में मुश्किल घड़ी से जूझ रहीं एक आगरा की 80 साल की महिला की तस्वीर वायरल हो रही है। इस बुजुर्ग महिला की आंखें लगातार उन लोगों की तलाश कर रही हैं जो उनके बनाए खाने को खाएं और जिंदगी फिर से चल पड़े।
इस बुजुर्ग महिला का नाम भगवान देवी है। जिसे लोग रोटी वाली अम्मा के नाम से जानते हैं। ये अम्मा आगरा सेंट जॉन्स कॉलेज के बाहर सड़क के किनारे खाना बनाकर बेचती हैं। खाने में अम्मा दाल-रोटी, सब्जी और 20 रुपये पर प्लेट के हिसाब से चावल भी बनाकर बेचती हैं। बीते 15 साल से ये महिला इसी तरह से खाना बेचकर अपनी जिंदगी जी रही हैं लेकिन कोरोना काल में इस महिला की आर्थिक हालत बहुत ही खराब हो चुकी है।
इस बुजुर्ग महिला की तंगहाली का जिम्मेदार भी कोरोना वायरस है। कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से लोगों में इस कदर डर बैठ गया है कि लोग अब अम्मा के हाथ का बना खाना खाने से डरते हैं। यहां तक कि अब अम्मा को ये डर भी सताने लगा है कि कहीं उन्हें फुटपाथ से हटा ना दिया जाए।
अम्मा का कहना है कि उसके दो बेटे हैं जो कि अब उससे मतलब नहीं रखते हैं। इसी वजह से इन्होंने अपनी रोजी रोटी के लिए इस छोटे से खाने के बिजनेस को शुरू किया। अम्मा का कहना है कि 'मेरी कोई मदद नहीं कर रहा है। अगर मेरे साथ आज कोई होता है तो मुझे इस परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ता। मुझे कई बार इस जगह को छोड़ने के लिए कहा जाता है। मैं यहां से कहा जाऊं? मेरी अब यही एक उम्मीद है कि मुझे एक परमानेंट दुकान मिल जाए।'
इस बुजुर्ग महिला का वीडियो भी सोशल मीडिया पर 'बाबा का ढाबा' के वीडियो की तरह वायरल हुआ। हालांकि ये वीडियो अभी भी उस चमत्कार का इंतजार कर रहा है जो महिला की जिंदगी बदल सके।