कर्नाटक के कोल्लूर नामक स्थान पर स्थित ये मंदिर कर्नाटक और केरल दोनों राज्यों के भक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थानों में से एक है। कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना आदि शंकराचार्य ने 1200 वर्ष पहले की थी और स्वयं यहां पर देवी की मूर्ति की स्थापना भी करवाई थी।