द्वितीय तिथि में मूल नक्षत्र का संयोग, जानिए क्या होता है इसका असर
Updated on: June 07, 2020 9:53 IST
द्वितीय तिथि में मूल नक्षत्र का संयोग, जानिए क्या होता है इसका असर
दोपहर 2 बजकर 11 मिनट तक मूल नक्षत्र रहेगा | इसका अर्थ होता है- केन्द्रीय बिन्दु या जड़ | इसका प्रतीक चिन्ह भी एक साथ बंधी हुई कुछ पौधों की जड़ों को माना जाता है | मूल नक्षत्र के स्वामी केतु हैं |