हनुमान जी का ये मंदिर मथुरा के नौहझील-शेरगढ़ रोड के पास स्थित हैं। कहा जाता है कि यहां हनुमान जी का स्वरूप बहुत जागृत है... मान्यता है कि रामायण काल में सेतू बनाते समय हनुमान जी द्रोण पर्वत के पुत्र को लेकर सेतू में सहायता के लिए जा रहे थे। तभी उन्हें संदेश मिला कि अब और पत्थरों की आवश्यकता नहीं है। जानिए इस अदभुत मंदिर के बारे में और बातें।