उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में कल रात से अनेक स्थानों पर बादल फटने तथा भारी बारिश घटनाओं में मां—बेटी सहित तीन व्यक्ति लापता हो गये। साथ ही दर्जनों मकान, दुकान, रास्ते और खेत क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं बड़ी संख्या में मवेशी बह गये। चमोली जिलेे में शुक्रवार को भारी बारिश के कारण एक महिला और उसकी 7 साल की बेटी पानी में बह गयी। साथ ही बाढ़ मेंं उनका घर भी छोटी सी नदी में बह गया। इतना ही नहीं पानी का बहाव इतना तेज था कि इसने फसलों, घरों गोशाला और पुलों को पूरी तरीके से क्षतिग्रसत कर दिया गया। ये घटना चमोली जिलेे के फल्दिया गांव की है । जिला प्रशासन ने अपनी टीम को फौरन उस स्थान पर बचाव कार्य के लिये भेज दिया पर अफ़सोस म़ॉ और बेटी को अभी तक खोजा नहीं जा सका ।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चमोली जिले के थराली क्षेत्र में कल देर रात बादल फटने से तलोर औरण फल्दिया सहित आधा दर्जन गांवों में पानी के साथ भारी मलबा आ गया जिसमें एक महिला और उसकी पुत्री लापता हो गये । फल्दिया गांव की पुष्पा देवी :29: और उसकी सात वर्षीया पुत्री ज्योति के मलबे में दब जाने की आशंका है । इसके अलावा, इन गांवों में कई मवेशियों के भी मरने की सूचना है ।
यहां कई सड़क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए तथा खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है । वहीं ज़िला के प्रबंध अधिकारी एन के जोशी ने बताया बाढ़ का गंदा पानी नाला में तब्दील हो गया है जिससे दर्जन घरों और गोशाला के चारों तरफ़ दलदल बन चुका है । मुसलाधार बारिश के कारण फल्दिया , वैगेनमैयरा , पदमाला और नेलपट्टा गांव में फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा हैं । भारी बारिश के कारण ऋषिकेष-बद्रिनाथ नेशनल हाईवे के रासते को बंद कर दिय़ा गया हैं और भी कई रासते को बंद किया गया है और वैसे रास्ते जो कि तीर्थयात्री के लिये असुविधा का कारण बन रहा है उसे भी बंद कर दिया गया है। हिमालय मंदिर के तरफ जाने वाले रासते को भी बंद कर दिया गया हैं।
जिले के राज्य आपदा प्रतिवादन बल :एसडीआरएफ:, पुलिस और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिये मौके पर पहुंच गये हैं । क्षेत्र के 10—12 परिवारों को पास ही के स्कूलों की इमारतों में स्थानांतरित कर दिया गया है । एक अन्य घटना में, टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में बादल फटने से ठेला और थारती गांवों में भारी क्षति पहुंची । थारती में एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है ।
टिहरी जिले के कीर्तिनगर क्षेत्र में सामने आयी एक दूसरी घटना में बादल फटने से एक गदेरे :बरसाती नाला: में बाढ आ गयी जिससे खेत और गांवों के मकान क्षतिग्रस्त हो गये । दर्जनों मवेशियों के भी इस दौरान बहने की खबर है । रूद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में भी बादल फटने से कुछ दुकानों तथा मकानों को नुकसान पहुंचा । पुलिस ने बताया कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेज दी गयी हैं और वहां राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है ।