लखनऊ: बलिया अवैध वसूली मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसपी और एएसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है। दोनों पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। जबकि सीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की खुली विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए है। यह मामला बलिया स्थित बिहार बॉर्डर पर ट्रकों से अवैध वसूली का है। एडीजी जोन के छापे के बाद हुई कार्रवाई में पुलिस चौकी के लोगों की अवैध वसूली में संलिप्तता सामने आने के बाद यह एक्शन लिया गया।
बलिया के नरही थाने का मामला
बलिया के नरही थाने को लेकर सीनियर अधिकारियों को यह शिकायत मिली थी कि यूपी से बिहार जाने वाले ट्रकों से पुलिसवाले वसूली कर रहे हैं। इसके बाद बनारस ज़ोन के ADG पीयूष मोर्डिया और आज़मगढ़ के DIG विभव कृष्ण ने छापे की कार्रवाई की। पुलिसवालों को दलालों के साथ मिलकर वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। दो पुलिसकर्मीऔर 16 दलालों को मौक़े से गिरफ़्तार कर लिया गया। इन लोगों के पास से साढ़े 37 हज़ार रुपए कैश बरामद हुआ। 14 मोटरसाइकिलें भी ज़ब्त की गईं।
चौकी के सारे पुलिसकर्मी सस्पेंड
इसके बाद तत्काल एक्शन लेते हुए नरही थाने के SHO समेत चौकी के सारे पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया था। DIG विभव कृष्ण ने बताया कि पुलिस और दलाल मिलकर यूपी से बिहार जाने वाले हर ट्रक से 500 रुपए वसूल रहे थे। हर दिन इस चौकी से लगभग एक हज़ार ट्रक गुज़रते हैं। रिश्वतखोरी के इस मामले में 9 पुलिसवालों पर केस दर्ज किया गया। वहीं अब एसपी और एएसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है जबकि सीओ को सस्पेंड किया गया है।