लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 अक्टूबर को देवरिया में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के 5 लोगों समेत कुल 6 लोगों की हत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी ने इस मामले में कथित लापरवाही पर एक SDM और एक CO सहित कुल 15 पुलिस और राजस्व कर्मचारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। सरकार की ओर से जारी एक अधिकारिक बयान में दी गई जानकारी के मुताबिक, जिले की रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव में हुई घटना की जांच रिपोर्ट से कर्मचारियों और अधिकारियों की ओर से अपने कर्तव्यों के निवर्हन में बहुत ज्यादा लापरवाही बरतने का खुलासा हुआ है।
दुबे की शिकायत पर नहीं लिया एक्शन
सरकारी बयान के मुताबिक, इस मामले में घोर लापरवारी सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर तहसील के SDM योगेश कुमार गौड़, CO जिलाजीत, 2 तहसीलदार, 3 लेखपाल, एक थाना प्रभारी, 2 सब इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और 4 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। बयान के मुताबिक, ‘दिवंगत सत्य प्रकाश दुबे द्वारा 'ग्राम समाज' की भूमि पर अवैध कब्जे के संबंध में IGRS (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) के तहत कई शिकायतें पुलिस और राजस्व विभाग को ऑनलाइन भेजी गई थीं और दोनों विभागों के संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए समाधान नहीं किया गया।’
पूर्व अधिकारियों पर भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश
बयान के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनपद देवरिया की तहसील व थाना रूद्रपुर, ग्राम फतेहपुर में विगत दिनों हुई घटना की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 04 पूर्व उपजिलाधिकारियों, 01 सेवानिवृत्त तहसीलदार, 01 सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बयान के मुताबिक, वर्तमान में निलंबित 01 तहसीलदार को अतिरिक्त चार्जशीट जारी करने के आदेश दिए हैं।
दुबे परिवार के 5 लोगों की हुई थी हत्या
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पूर्व जिला पंचायत सदस्य 50 वर्षीय प्रेम यादव पर उनके प्रतिद्वंद्वी दुबे और उनके परिवार के लोगों ने धारदार हथियारों से हमला करके उनके घर पर उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में अभयपुर के यादव के समर्थकों ने दुबे और उनके बच्चों सहित उनके परिवार के 5 सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी। हमले में दुबे के अलावा उनकी पत्नी किरण दुबे, उनकी 18 साल की बेटी सलोनी, 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी की हत्या कर दी गई। इस हमले में दुबे का एक बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका इलाज चल रहा है।