गाजियाबाद जिले में एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला ने अपने साथ काम करने वाले कुछ लोगों के द्वारा शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर लिया। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 27 वर्षीय एक युवती ने बीते 12 जुलाई को कथित रूप से जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। वहीं, महिला के परिजनों का आरोप है कि उसने अपने कुछ सहकर्मियों के शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के कारण यह बड़ा कदम उठाया है।
‘टेली-कॉलर’ के रूप में करती थी काम
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला ‘एक्सिस बैंक’ को सर्विस देने वाली एक ‘थर्ड पार्टी’ कंपनी के लिए ‘टेली-कॉलर’ के रूप में काम करती थी। ‘एक्सिस बैंक’ और ‘थर्ड पार्टी’ कंपनी के कर्मचारी नोएडा में ‘एक्सिस हाउस बिल्डिंग’ में काम करते हैं, जहां वह भी काम करती थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतका के भाई ने गाजियाबाद के नंदग्राम में अपनी बहन के 3 सहकर्मियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत एक एफआईआर दर्ज कराई है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें एक महिला भी शामिल है। बता दें कि महिला का नाम शिवानी त्यागी बताया जा रहा है।
कमरे में मिला था सुसाइड नोट
भाई ने बताया कि उसकी बहन के कमरे में एक नोट मिला था, जिसमें उसने कुछ सहकर्मियों द्वारा शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के कारण सुसाइड करने की बात लिखी है। उसने कहा कि उसकी बहन ने खुदकुशी करने से 3-4 दिन पहले परिवार को सारी आपबीती बताई थी। इसके बाद उसकी बहन ने 12 जुलाई को शाम करीब 4.15 बजे जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और आनन फानन में उसे गाजियाबाद के एक अस्पताल ले जाया गया, मगर हालत गंभीर होने के कारण उसे कुछ समय बाद दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल भेज दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस कर रही जांच
इस मामले में, गाजियाबाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (नंदग्राम) रवि कुमार सिंह ने मामले पर कहा, "हम मृतका के ऑफिस की सीसीटीवी फुटेज चेक कर रहे हैं। हम मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए उसके साथ काम करने वालों से भी पूछताछ कर रहे हैं। मामले पर जांच की जा रही है।"
एक्सिस बैंक ने दी ये सफाई
इस बीच, एक्सिस बैंक ने अपना एक स्टेटमेंट दिया है, जिसमें उसने कहा कि वह एग्जिक्यूटिव से संबंधित दुर्भाग्यपूर्ण घटना से "बेहद दुखी" है। हालांकि बयान में यह साफ किया गया है कि वह बैंक की कर्मचारी नहीं थी। बैंक ने बयान में कहा, "वह ‘क्वेस कॉर्प लिमिटेड’ की कर्मचारी थी। घटना की शुरुआती जांच के आधार पर हम समझते हैं कि हमारे नोएडा स्थित ऑफिस में ‘क्वेस कॉर्प’ के एक कर्मी और महिला के बीच कुछ विवाद था। इस मामले में ‘क्वेस’ द्वारा जांच की जा रही थी और उसे 10 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। क्वेस कॉर्प द्वारा इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी।"
बयान में बैंक की तरफ से आगे कहा गया, "हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। एक्सिस बैंक की आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करने की पॉलिसी है।"
(इनपुट- पीटीआई)
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