लखनऊ: अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना और 32 हज़ार करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम हुआ उसके बावजूद लोकसभा चुनाव में राम की नगरी अयोध्या में बीजेपी हार गई।आखिर इसकी वजह क्या है? सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो के ज़रिए बताया जा रहा है कि अयोध्या में सड़कें चौड़ी करने के लिए जो दुकान , मकान तोड़े गए उसकी वजह से बीजेपी को अयोध्या में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन हार की कोई एक वजह नहीं है। दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर जाने वाली सड़को को चौड़ा किया गया। यहां चार पथ बनाए गए। धर्म पथ, भक्ति पथ, रामजन्मभूमि पथ और राम पथ।
निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर तोड़फोड़
इनके निर्माण के लिएराम मंदिर जाने वाली सड़क चौड़ी करने के लिए कई मकानों और दुकानों को तोड़ा गया , कुछ को पीछे किया गया तो कई को शिफ्ट किया गया। अयोध्या में राम मंदिर जाने के लिए सबसे लंबा राम पथ बनाया गया। चौदह किलोमीटर लम्बा ये पथ सहादत गंज से नयाघाट तक जाता है। इसके रास्ते मे 30 मन्दिर, 9 मस्ज़िद, छह मज़ार और हज़ारों मकान और दुकान हटाई गईं। इसी तरह 800 मीटर लम्बा भक्ति पथ ऋंगार हाट बैरियर से और करीब 566 लम्बा रामजन्मभूमि पथ सुग्रीव किला से सीधा श्रद्धालुओं को राम मंदिर ले जाने के लिए बनाया गया और रास्ते में आ रही दुकानों और मकानों के या तो पीछे शिफ्ट किया गया या तोड़ा गया। हालांकि सरकार ने मुआवजा भी दिया लेकिन बहुत सारे लोगो के पास दुकान और मकान के कागज़ नही थे इसलिए उन्हें मुआवजा नही मिला।
अयोध्या में बहुत सारे लोगों का कहना है कि बीजेपी इस तोड़फोड़ की वजह से नहीं हारी । अयोध्या विधानसभा में तो बीजेपी इंडिया गठबन्धन से आगे रही लेकिन बाकी विधान सभा में पिछड़ गई। अयोध्या लोकसभा सीट के अंतर्गत ये पांच विधानसभा आती है-
- अयोध्या
- दरियाबाद
- रुदौली
- मिल्कीपुर
- बीकापुर
पांचों विधानसभा क्षेत्र में मिले वोटों का आंकड़ा
- अयोध्या विधान सभा में अवधेश प्रसाद को 1 लाख चार हज़ार और लल्लू सिंह को 100004 वोट मिले
- रुदौली विधान सभा मे इंडिया गठबन्धन को 104113 और लल्लू सिंह को 92410 वोट मिले
- मिल्कीपुर विधान सभा मे इंडिया गठबन्धन को 95612 और लल्लू सिंह को 87879 वोट मिले
- बीकापुर में अवधेश प्रसाद को 122543 और लल्लू सिंह को 92856 वोट मिले
- दरियाबाद में अवधेश प्रसाद को 131277 और लल्लू सिंह को 121183 वोट मिले।
इस तरह फैज़ाबाद लोकसभा चुनाव में लल्लू सिंह को क़रीब पांच लाख वोट मिले और अवधेश प्रसाद को साढ़े पांच लाख से ज़्यादा वोट मिले। बीजेपी की हार की एक वजह ये भी रही कि अखिलेश यादव का PDA फॉर्मूला यहां काम आया। अखिलेश ने जनरल सीट पर दलित उम्मीदवार उतारा। अवधेश प्रसाद नौ बार के विधायक हैं। उन्हें यादव, मुस्लिम वोट के साथ साथ दलितों का वोट भी मिला और गैर यादव ओबीसी का भी जिससे इंडिया गठबन्धन अयोध्या जीत गया।