लखनऊ: यूपी में सीएम योगी की पुलिस एक बार फिर आज एनकाउंटर की वजह से चर्चा में आ गई। पूरा मामला बहराइच का जुड़ा हुआ है। हाल ही में बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच झड़प का मामला सामने आया था। इस घटना में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी क्रम में मृतक के आरोपियों का पुलिस ने 17 अक्टूबर गुरुवार को एनकाउंटर कर दिया। इस एनकाउंट के बाद यूपी पुलिस एक बार फिर से चर्चा में आ गई। आइये जानते हैं कि यूपी पुलिस ने योगी सरकार के कार्यकाल में पहली बार कब एनकाउंटर किया था।
योगी सरकार में पहला एनकाउंटर
योगी सरकार के तहत पुलिस के पहले एनकाउंटर की बात करें तो ये सहारनपुर में हुआ था। यूपी में 2017 में योगी सरकार बनने के बाद पुलिस ने मेरठ में उसी साल 2017 में ही पहला एनकाउंटर किया था। ये एनकाउंटर 27 सितंबर को मंसूर पहलवान का किया गया था। मंसूर पहलवान सहारनपुर का रहने वाला था, जिस पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया हुआ था। योगी सरकार के तहत पुलिस ने कई दुर्दांत अपराधियों का एनकाउंटर किया है। हालांकि विपक्ष के द्वारा इस तरह के एनकाउंटर्स पर सवाल भी खड़े किए जाते रहे हैं।
चुनाव में चर्चा का विषय बना एनकाउंटर
दरअसल, उत्तर प्रदेश में साल 2017 में पहली बार योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी थी। यूपी की जनता ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिया, जिसके बाद योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया गया। योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल यूपी पुलिस के एनकाउंटर के लिए जाना जाता है। यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी एनकाउंटर और बुलडोजर कार्रवाई की काफी चर्चा रही। इन कार्रवाइयों का विधानसभा चुनाव पर असर भी पड़ा और यूपी में दोबारा भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला। वहीं जनता के बीच अपराधमुक्त सरकार की छवि का संदेश भी भाजपा ने दिया।
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