उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने संभल में हुई हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। अयोध्या में जनता से बात करते हुए योगी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने इसे संभल के मामले से जोड़ते हुए कहा कि 500 साल पहले जो बाबर ने किया, बांग्लादेश और संभल में आज वही हो रहा है। तीनों मामलों की प्रकृति, तीनों के DNA एक जैसे हैं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ संभल में हिंसा करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दे चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी ने सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक भी उपद्रवी नहीं बचना चाहिए। जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूला जाए। अबतक संभल हिंसा के 34 आरोपियों को अरेस्ट किया जा चुका है वहीं 400 उपद्रवियों की पहचान की जा चुकी है जिनको पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है।
अतिक्रमण के मामले पर क्या बोले?
योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक स्थलों पर हुए अतिक्रमण के मुद्दे पर कहा कि हर किसी को यह समझना चाहिए कि सड़क सभी के लिए है। निर्माण सामग्री रखने, निजी वाहन खड़ा करने, दुकान बनाने आदि के लिए सार्वजनिक स्थल का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा।
क्या है संभल का विवाद ?
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर एक वकील ने स्थानीय अदालत में दावा किया था कि यह मस्जिद पहले मंदिर हुआ करती थी। मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई। इस वजह से उस जमीन पर हिंदू पक्ष का अधिकार है। स्थानीय अदालत ने सर्वे की अनुमति दे दी। सर्वे के दूसरे दिन जब टीम के लोग मस्जिद पहुंचे तो भीड़ नारेबाजी करने लगी। ऐसे में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के झड़प हो गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। इसके बाद से संभल में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। वहीं, बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अल्पसंख्यकों पर जमकर अत्याचार हो रहे हैं। हिंदू समुदाय के लोगों के साथ भी हिंसा हो रही है। इस मामले पर कई चिंता जाहिर कर चुके हैं, लेकिन बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।