
जालौन के कालपी तहसील अंतर्गत महेवा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम अभैदेपुर निवासी जीत सिंह चौहान का पुत्र प्रदीप सिंह अहमदाबाद गुजरात में रहकर काम धन्धा करता है और इन्सटाग्राम पर उसकी दोस्ती कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बैरई निवासी रमेश सिंह की पुत्री श्यामा से हो गयी थी जो धीरे धीरे प्यार में बदल गयी। बुधवार को प्रेमी प्रदीप सिंह अपनी प्रेमिका से मिलने चुपके से उसके गांव आ गया था लेकिन इसकी भनक ग्रामीणों और प्रेमिका के परिजनों को हो गई, बस क्या था लोगों ने दोनों को पकड़कर गांव स्थित काली मन्दिर में शादी करा दी।
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दोनों की शादी तो हो गई लेकिन जैसे ही शादी की जानकारी युवक के पिता को लगी तो उन्होंने बेटे की इस शादी को मानने से ही इनकार कर दिया। उन्होंने अपने बेटे को घर पर नहीं आने की नसीहत दे डाली तो परेशान प्रेमी युगल ने मामले की फरियाद कोतवाली प्रभारी से की। उन्होंने दोनों से अपने बालिग होने के प्रमाण पत्रों की जानकारी देने की बात कही। उन्होंने दोनों को दाम्पत्य जीवन सुखमय होने की कामना कर दोनों को अपना नया जीवन शुरू करने की नसीहत दी।
शादीशुदा जोड़े को मिली नसीहत
उन्होंने कहा कि पिता अगर नहीं स्वीकार कर रहे हैं तो पुलिस कुछ भी नहीं कर सकती है और उन्होनें जिन्दगी की शुरुआत उनकी बगैर मर्जी से की है तो आगे का सफर भी खुद तय करना है। युवती के पिता के अनुसार प्रेमी उसको बीच में न छोड़े इसके लिए वह शादी का पंजीकरण कराने के बाद ही उन्हें जाने देगें। फिलहाल यह अनोखी शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। हालांकि चौरासी क्षेत्र में यह परम्परा नई नहीं है बल्कि अक्सर ही ऐसे मामले सामने आते रहते हैं।
(जालौन से वरुण द्विवेदी की रिपोर्ट)