वाराणसी: हाल ही में SDM ज्योति मौर्या के किस्से पूरे देश मे चर्चा का विषय बने हुए थे लेकिन इसी के बीच बनारस के एक दरोगा और दीवान प्रेमिका के प्यार के चर्चे भी अब तेजी से पुलिस महकमे में फैल रहे हैं। दरअसल, दरोगा की पत्नी ने वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी के पास शिकायत दर्ज कराई है और पूरे प्रकरण के सीसीटीवी फुटेज भी दिए हैं। ये मामला सामने आने के बाद वाराणसी पुलिस में इस बेवफाई के चर्च बने हुए हैं।
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पूरा मामला यह है कि प्रयागराज के रहने वाले दरोगा अश्वनी कुमार जो इन दिनों लखनऊ में तैनात हैं, उनका चंदौली के महिला थाने में तैनात महिला दीवान कल्पना श्रीवास्तव के साथ पिछले 12 सालों से नजदीकी रिश्ते हैं। इस बात को लेकर दरोगा अश्वनी कुमार की पत्नी रत्नेश वर्मा ने कई बार अपने पति को समझाने की कोशिश की, लेकिन दरोगा अश्वनी और दीवान कल्पना की नजदीकियां खत्म नहीं हुई। हालांकि कल्पना उनके पति से मिलने लखनऊ चली गयी है, जिसका सीसीटीवी फुटेज सबूत के तौर पर पीड़ित पत्नी ने एडीसीपी को दिया है।
मिलाने में कल्पना की बेटी करती है मदद
दरोगा अश्वनी की पत्नी रत्नेश वर्मा अपने पति और महिला दीवान कल्पना श्रीवास्तव की शिकायत लेकर अचानक एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी के ऑफिस पहुंच जब आपबीती सुनाने लगीं तो वह भी हैरान हो गयीं। पत्नी रत्नेश ने बताया, "बीते 15 सालों में मेरे पति अश्वनी कुमार और महिला दीवान कल्पना श्रीवास्तव के बीच नजदीकियां बनी हुई हैं और इन दोनों को मिलाने में कल्पना की बेटी मदद करती है। मैंने कई बार अपने पति को समझाया तो वो बात करने से टाल देते और कहते कि ऐसा कुछ नहीं है। मैंने दो दिन पहले चंदौली के महिला थाने में फोन कर पता किया तो पता चला कि कल्पना श्रीवास्तव लखनऊ गयी है। यह सुन कर मेरे होश उड़ गए और मैंने जब वहां का सीसीटीवी निकलवाया तो मेरे पति अश्वनी कुमार और कल्पना साथ-साथ दिखाई दिए। मैं बार- बार समझाकर हार गई, तब लाचार होकर अपने पति दरोगा और महिला दीवान को यूपी के चंदौली के महिला थाने में तैनात कल्पना के सबूत के साथ शिकायत लेकर महिला पुलिस अधिकारी ममता रानी के पास प्रयागराज से वाराणासी आई हूं।"
"4 साल बाद है रिटायरमेंट लेकिन नहीं मानते मेरी बात"
दरोगा अश्वनी की पत्नी रत्नेश वर्मा ने बताया कि मेरे पति का रिटायरमेंट 4 साल के बाद होना है। इस बात को लेकर मैंने कल्पना से भी बात की और उसे समझाने का प्रयास भी किया। इस पूरे प्रकरण में मेरे बेटे ने भी कल्पना से बात की तो वह उससे अभद्र भाषा में बात करने लगी। मैंने कोशिश की कि मेरा घर न टूटे और कल्पना भी अपने जीवन में खुश रहे, लेकिन पुलिसिया धौंस के कारण दोनों नहीं समझ रहे। ऐसे में मजबूरन मुझे पुलिस का सहारा लेना पड़ा है। दो बच्चों को साथ लेकर रहने वाली रत्नेश वर्मा ने कहा कि मैं बस यही चाहती हूं कि पुलिस अधिकारी ममता रानी कल्पना श्रीवास्तव को बुलाकर समझाए और उनका ट्रांसफर कर दे ताकि जब 4 साल में पति रिटायर हो जायें तो दोनो में दूरी बने।
एडीसीपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
बेवफाई के इस चर्च के बाद जनसुनवाई मे एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी के दर पहुंची पीड़िता के प्रार्थना पत्र मिलने पर ममता रानी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी के बाद दोनों पक्ष के लोगों को बुलाया गया है। पूरे प्रकरण की जांच भी कराई जा रही है। जल्दी ही दरोगा अश्वनी कुमार और महिला दीवान कल्पना श्रीवास्तव को बुलाकर समझाने का प्रयास किया जाएगा। यदि फिर भी न माने तो पीड़िता को न्याय दिलाने में उसकी पूरी मदद करते हुए लीगल एक्शन भी लिया जाएगा।
(रिपोर्ट- अश्विनी त्रिपाठी)
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