नई दिल्ली: कई दिनों से जिस घड़ी का सभी पलक पांवड़े बिछाकर इंतजार कर रहे थे, वह समय अब आ गया। अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। सरयू नदी के 51 घाटों पर 24 लाख दीयों को प्रज्वलित किया गया। इन दीयों के उजाले से समस्त अयोध्या जगमगा उठी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेता अयोध्या में ही मौजूद हैं। इस दीपोत्सव कार्यक्रम में 25 हजार से अधिक वॉलंटियर्स ने भाग ले रहे हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों को उच्चायुक्त और राजदूत शामिल होंगे। दीपोत्सव त्योहार मनाने को लेकर अयोध्या एक बार फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रहा है।
9 नवंबर को अयोध्या में हुई थी कैबिनेट की बैठक
वहीं इससे पहले 9 नवंबर को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक भी अयोध्या में हुई थी। सीएम योगी के नेतृत्व में पहली बार उनके कैबिनेट की बैठक श्री राम की नगरी में हुई। यहां सीएम योगी ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ यहां के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट मंत्रियों को लेकर अयोध्या में प्रसिद्ध राम लला मंदिर भी पहुंचे। यहां भी सीएम योगी ने अपने मंत्रियों के साथ भगवान की पूजा-अर्चना की।
गिनीज बुक में फिर दर्ज होगा रिकॉर्ड
बता दें कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी। तब जाकर अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की गई। हालांकि कोरोनकाल में दो वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में राम की पैड़ी से दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। उन्होंने बताया कि 2017 में 1.87 लाख, 2018 में 3.11 हजार, 2019 में 4 लाख से अधिक दीये जलाए गए। वहीं 2020 में 6.6 लाख, 2021 में 9.41 हजार, 2022 में 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे। बता दें कि अयोध्या के दीपोत्सव ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कर रखा है। लेकिन एक बार फिर यह रिकॉर्ड अयोध्या में ही टूटने वाला है।