प्रतापगढ़: कुछ दिनों पहले परिवहन मंत्री दयाशंकर ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था और अब उसके बाद एक और तलाक की बड़ी खबर मिल रही है। यूपी के पूर्व मंत्री और कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया अपनी पत्नी भानवी को तलाक दे सकते है। कहा जा रहा है कि 27 साल की शादीशुदा जिंदगी बिताने के बाद राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी के बीच अब रिश्तो में दरार पड़ गई है।
अब तलाक के मामले पर 23 अप्रैल को होगी सुनवाई
जानकारी के मुताबिक बाहुबली कुंडा विधायक राजा भैया ने दिल्ली के साकेत फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए डिवोर्स पिटिशन फाइल किया था। यह पिटिशन नवम्बर 2022 में फाइल किया गया है, जिसमे 10 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने सुनवाई की तारीख मुकर्रर की थी और आज इस मामले में सुनवाई होनी थी जो टल गई है और अब ये सुनवाई 23 अप्रैल को होगी।
कहा जा रहा है कि मामले में सुनवाई कर रही जज की अनुपलब्धता के कारण मामले की सुनवाई टल गई है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राजा भैया की याचिका पर नोटिस जारी किया था।
भानवी सिंह ने राजा भैया की तरफ से दाखिल तलाक याचिका पर नोटिस पर जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है। भानवी सिंह को भेजा गया समन वापस कोर्ट पहुंचा, जिसमें कहा गया है कि भवानी सिंह की तरफ से कोर्ट का नोटिस रिसीव नहीं हुआ है।
आखिर 27 साल बाद क्यों अलग हो रहे हैं राजा-रानी
तलाक के पीछे की वजह में घरेलू विवाद बताया जा रहा है। राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप उर्फ गोपाल पर कुछ महीने पहले धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने के बाद मामला बिगड़ गया है और अब 27 साल के बाद नौबत राजा और रानी के बीच की बात कोर्ट के दरवाजे तक पहुंच गई है। वहीं, बताया जाता है कि कई रिश्तेदारों ने रिश्ते को जोड़ने के लिए मध्यस्थता का भी प्रयास किया, लेकिन राजा उनकी पत्नी के बीच बात बन ना सकी। राजा भैया ने अब तो तलाक की नोटिस भी पत्नी को भेज दिया है।
राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी के तलाक की कॉपी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। प्रतापगढ़ में राजघराने के बीच तलाक की चर्चा को लेकर सियासी पारा भी गर्म हो गया है, जिससे राजा भैया के घर पर परिवारिक कलह रुक नहीं रही।
राजा और रानी के रिश्ते की कहानी
प्रतापगढ़ के कुंडा बेती के रहने वाले राजा भैया का यूपी की सियासत में बड़ा दबदबा माना जाता है। राजा भैया 1993 से लगातार 7वी बार कुंडा विधानसभा से निर्दलीय विधायक है।वे बेती और भदरी राजमहल के राजकुमार है और यूपी सरकार में जेल और खाद्य मंत्री तक रह चुके हैं। उनकी शादी 17 फरवरी 1995 को बस्ती राजघराने की राजकुमारी भानवी सिंह से हुई थी, लेकिन सालों से राजा भैया और उनके पत्नी बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे लगातार घर में घरेलू कलह हो रही थी।
शादी के बाद 1996 में भानवी ने बेटी को जन्म दिया,1997 में दूसरी बेटी का भी जन्म हुआ। भानवी ने 2003 में दो जुड़वा बेटों को जन्म दिया। राजा भैया के दो बेटे का नाम शिवराज और विजय राज है जबकि बेटियों का नाम राघवी और बृजेश्वरी है।
अब दिल्ली में रहती हैं राजा भैया की पत्नी भानवी
बताया जाता है कि राजा भैया की पत्नी भानवी 2 सालों से दिल्ली में रहती हैं क्योंकि घर में घरेलू क्लेश होने की वजह से वह अधिकतर लखनऊ और दिल्ली रहने लगी थी, जबकि राजा भैया हफ्ते में 5 दिन लखनऊ और 2 दिन प्रतापगढ़ के बेती में निवास करते हैं।
राजा भैया का क्या होगा राजनीतिक नुकसान?
भदरी और बेती रियासत के राजकुमार रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया का उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा दखल माना जाता है। बताया जाता है कि राजा भैया का राजनीतिक प्रताप सिर्फ प्रतापगढ़ तक ही नहीं है, बल्कि प्रयागराज, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, उन्नाव, बस्ती, जिले तक है। राजा भैया के संबंध समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह से भी बेहद करीबी रहे, लेकिन 30 नवंबर 2018 को उन्होंने अपनी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी बनाई और उसके वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए।