प्रयागराज: चाय या पान की दुकानों के पास अक्सर लोग गप मारते दिखते हैं। उसमें से कई लोग ऐसे भी होते हैं जो इन दुकानों के पास ही किसी को मारने-पीटने या अन्य तरह की क्रिमिनल गतिविधियों की प्लानिंग करते हैं। आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज पुलिस ने इस तरह की गतिविधियों पर नकेल कसने का इंतजाम किया है और इसके लिए ऑपरेशन सबलू शुरू किया है।
क्या है ऑपरेशन सबलू?
ऑपरेशन सबलू के तहत प्रयागराज शहर के सभी थानों के अंतर्गत आने वाली चाय की टपरी चलाने वाले और पान की दुकान चलाने वाले लोग सीधा पुलिस के संपर्क में रहेंगे। इन दुकानों पर अराजक तत्व अगर किसी क्राइम की प्लानिंग करते हैं तो दुकानदार सीधा पुलिस को सूचना देगा और सबंधित थाने की फोर्स फौरन ही उस चाय-पान की टपरी पर पहुंचकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। पुलिस ने इस ऑपरेशन को सबलू नाम दिया है।
क्यों शुरू हुआ ये ऑपरेशन?
प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस आगामी लोकसभा चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए अभी से तैयारी में जुट गई है। पुलिस ने अपनी रिसर्च में पाया कि चुनाव के समय राजनीतिक चर्चा अधिकतर चाय और पान की ही दुकानों पर मजमे के बीच होती है। ऐसे में चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वाले अराजकतत्व भी चाय की चुस्कियों के साथ प्लान बनाते हैं। उनका ये प्लान चाय और पान वाला भी सुनता है लेकिन वो किसी विवाद में न पड़कर चुप ही रहता है। ऐसे में चाय-पान वालों पर अब पुलिस की नजर रहेगी और पुलिस उनको भरोसे में लेकर अपना मित्र बनाएगी, जिससे सूचनाएं ले सके और उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
ऑपरेशन का नाम सबलू क्यों पड़ा?
प्रयागराज पुलिस ने इस ऑपरेशन को सबलू नाम दिया है। इसके पीछे का किस्सा दिलचस्प है। दरसअल उत्तर प्रदेश में सबलू नाम के एक मुखबिर की वजह से पुलिस को कई बड़े अपराध के इनपुट मिले थे। इस इनपुट पर काम करते हुए पुलिस ने कई बड़ी वारदातों को न केवल रोका बल्कि अपराधियों को भी गिरफ्तार किया। इसीलिए पुलिस ने इस ऑपरेशन को सबलू नाम दिया है। खास बात है कि प्रयागराज में कई चाय वालों का नाम भी सबलू है, जो करेली और अकबरपुर में चाय की टपरी चलाते हैं।
कैसे काम करेगी पुलिस?
प्रयागराज कमिश्नरेट में 3 जोन हैं। गंगा नगर जोन, यमुना नगर जोन और सिटी। तीनो जोन में 42 थाने हैं। कमिश्नर ने सभी थाने के SHO को ऑपरेशन सबलू पर काम करने का निर्देश दिया है। सभी थानों की पुलिस अपने अपने इलाकों के चाय-पान वालों से संपर्क करने में जुट गई है।
पुलिस का सबसे ज्यादा ध्यान प्रयागराज के पुराने शहर के मुस्लिम इलाकों और माफिया अतीक के प्रभाव वाले इलाके पर है। इन इलाकों में चुनाव के वक्त ज्यादा गड़बड़ी और वारदातें होती हैं। इसलिए सूचना अपराध से पहले मिले, इसलिए पुलिस अपने सबलू को चाय और पान की टपरी पर तैयार रखेगी।
बता दें कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदान के वक्त करेली बूथ के बाहर बम फेंका गया था, जिससे एक राहगीर की मौत हुई थी। इस बार के चुनाव में ऐसा कुछ न हो, इसके लिए पुलिस ने अपनी तैयारी पहले से ही कर ली है। ऑपरेशन सबलू के बारे में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा से बात की गई तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि ऑपरेशन गोपनीय है। इसलिए इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।