उत्तर प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स ने टाइम बम तैयार करने वाली महिला को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि 17 फरवरी को एसटीएफ की टीम ने टाईमर बम तैयार कराने वाली मास्टर माइंड इमराना को गिरफ्तार किया। बता दें कि मास्टर माइंड इमराना शामली जिले की रहने वाली है, जो मुजफ्फरनगर जिले के प्रेमपुरी इलाके में रहती है। एसटीएफ की टीम ने 17 फरवरी की शाम 4 बजे उसे उसके घर से गिरफ्तार किया। एसटीएफ को काफी समय से फरार और इनामित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने व अन्य अपराधों में लिप्ट होने की सूचनाएं मिल रही थी। इस बाबत एसटीएफ की अलग-अलग टीमों ने कार्यवाही करने की ठानी।
बम बनाने वाली को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
एसटीएफ की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मुजफ्फरनगर जिले के उक्त इलाके में वांछित टाईमर बम तैयार कराने वाली इमराना अपने घर पर मौजूद है। ऐसे में आनन-फानन में मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने कार्रवाई शुरू कर दी। स्थानीय पुलिस को सूचना देते हुए मुखबिर द्वारा बताए गए ठिकाने पर एसटीएफ की टीम पहुंच गई और इमराना को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर इमराना ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर की रहने वाली है। उसके पिता का नाम शकूर है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। उसकी शादी करीब 30 साल पहले शामली जिले में हुई थी। इस शादी से उसे एक बेटी और दो बेटे हैं। एक बेटे की मौत हो चुकी है। उसने बताया कि वह करीब 20 साल पहले से जावेद को जानती है। जावेद के चाचा अर्शी लाइसेंस पर पटाखे बनाने का काम करते थे। जावेद भी उनके साथ पटाखे बनाने का काम करता था।
इमराना ने एसटीएफ को दिया बयान
उसने बताया कि करीब 12-13 साल पहले उसने जावेद से 2 बम लिए थे, जिसे उसने अपने घर पर रखा था। एक बम की बत्ती निकल गई थी। कोई बड़ी घटना न हो जाए, इसलिए इमराना ने बम को काली नदी में फेंक दिया था। साल 2013 में जब मुजफ्फरनगर में दंगे हुए तो हिंदुओं ने इमराना के घर को जला दिया। इसमें इमरान को काफी नुकसान झेलना पड़ा। इस कारण इमराना में काफी गुस्सा था। इमराना ने कहा, 'मैंने इसके बाद जावेद के बेटे जरीफ से मुलाकात की और कुछ बम बनवाए, ताकि आगे कभी झगड़ा हो तो उसमें ये बम काम आएंगे। जावेद परसो मेरे पास 4 बम लेकर आ रहा था कि पुलिस ने उसे रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया।'