बरेली: शनिवार शाम 07:30 पर उत्तर प्रदेश के बरेली के सैटेलाईट बस अड्डे से जनरथ बस रवाना होती है। यह बस यात्रियों को लेकर गाजियाबाद के बस अड्डा कौशांबी लेकर आ रही थी। बस अपनी गति से चल रही थी लेकिन रामपुर से पहले मिलक के पास बस के ड्राइवर केपी सिंह सुनसान जगह पर बस रोक दी। यात्रियों को लगा शायद कोई काम होगा इसलिए बस रोकी गई है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। जब बस नहीं चली तो यात्रियों ने बस के परिचालक और चालक से रोके जाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि दो मुस्लिम यात्री उतरकर सड़क पर नमाज पढ़ रहे हैं।
बस के चालक और परिचालक पर हुई कार्रवाई
इसके बाद यात्रियों के हंगामा किया और कहा कि रात के अंधेरे में सुनसान जगह पर बस रोका जाना खतरे से भरा है। उन्होंने कहा कि यह किसी वारदात को अंजाम देने की साजिश भी हो सकती है। इस दौरान पूरे घटनाक्रम का एक यात्री ने वीडियो बनाकर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए परिवहन निगम के एमडी से शिकायत कर दी। जिसके बाद परिवहन विभाग में हडकंप मच गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरएम दीपक चौधरी के निर्देश पर सोमवार को चालक और परिचालक पर कार्रवाई की गई।
बस में बैठते समय ही कही थी रोकने की बात
आरएम दीपक चौधरी के निर्देश पर बस नंबर यूपी 32 एनएन 0330 के ड्राइवर केपी सिंह और संविदा परिचालक मोहित यादव पर कार्रवाई की गई। चालक को सस्पेंड कर दिया गया तो वहीं संविदा परिचालक मोहित यादव यादव की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। वहीं बस के परिचालक ने कहा कि सेटेलाइट बस स्टैंड से दो यात्री बस में बैठे थे। उन्होंने कहा था कि रास्ते में कहीं बस को रोक देना ताकि हम नमाज अदा कर लें। उनके द्वारा अनुरोध के बाद उन्होंने मिलक के पास बस रोक दी थी, जिसका बस में बैठे अन्य यात्री विरोध करने लगे।