माफिया अतीक अहमद, अशरफ और उनके गैंग के सदस्यों के खिलाफ 2000 करोड़ की बेनामी संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। अब पुलिस का शिकंजा अतीक-अशरफ के रिश्तेदारों पर कस रहा है। आईएस-227 गैंग से जुड़े रिश्तेदार अब निशाने पर हैं। पुलिस ने अब माफिया अशरफ के फरार साले मो. जैद के घर की कुर्की की तैयारी शुरू कर दी है। जैद मास्टर के घर कुर्की का नोटिस चस्पा करने के दौरान पुलिस ने अतीक के खिलाफ हुई कार्रवाई जैसा ही रुख अपनाया।
वक्फ संपत्ति हड़पने का मामला
अशरफ की पत्नी फरार जैनब के भाई जैद मास्टर पुत्र स्व. अनीस निवासी हटवा, पूरामुफ्ती के घर ढोल नगाड़ा बजाकर गांव में मुनादी कराई गई। इसके बाद कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया। वक्फ की 50 लाख की संपत्ति हड़पने के मामले में जैद फरार है। इस मामले में फरार एक अन्य आरोपी सैय्यद मो. हासिर पुत्र सैय्यद मो. असियम निवासी नखास कोहना के घर भी कुर्की की नोटिस चस्पा की गई।
डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के मुताबिक, पांच लाख की रंगदारी मांगने के मामले में फरार सैय्यद मो. हासिर और मो. जैद के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया है। इससे पहले उनके इलाके में ढोल और नगाड़ा पीटकर लोगों को आरोपियों के रंगदारी के मामले में महीनों से फरार होने की सूचना दी गई।
क्या है पूरा मामला?
फूलचंद केशरवानी निवासी ग्राम तेवारा, पुरामुफ्ती जो कि वक्फ संपत्ति के वर्तमान मुतवल्ली अम्माद हसन का सहयोगी है। उनके कहने पर इस वक्फ संपत्ति का किराया किराएदारों से वसूलने के लिए 3 अप्रैल को हमाम गली में मौजूद था। इस दौरान एक शख्स बिना नंबर की बाइक से आया और बोला कि मैं अतीक अहमद के भाई अशरफ का साला मो. जैद हूं। उसने कहा कि मेरे भाई अब्दुल समद ने मुझे खबर भिजवाई है कि नखासकोहना के नए मुतवल्ली अम्माद हसन से 5 लाख रुपये वसूलों और यदि रुपये नहीं दोगे तो तुमको और अम्माद हसन को जान से मार देंगे। इतना सुनकर काफी डर गया और वसूली के 30 हजार रुपये उसको दे दिया। इस पर उसने बोला कि कल तक पूरे पैसों का इंतजाम करके पहुंचा देना, वरना तुम दोनों को जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद फूलचंद्र ने शाहगंज थाने में केस दर्ज कराया। शाहगंज पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में दबिश दी, लेकिन वे पकड़ में नहीं आए।
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