लखनऊ: उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों के बीच प्रदेश सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी है। शनिवार को इस बाबत एक आदेश भी जारी कर दिया गया। इसके साथ ही RO-ARO भर्ती परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर भी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। इस परीक्षा को भी रद्द कराने के लिए छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को प्रदेश सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा के रद्द करने के आदेश जारी करते हुए कहा कि यह परीक्षा अब अगले 6 महीने के अंदर कराई जाएगी। इस आदेश के बाद छात्रों ने जश्न मनाया।इसके साथ ही सिअमे योगी ने कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा। उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ कर कर रही है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
जल्द परीक्षा की नई तारीख का ऐलान
परीक्षा रद्द करने के बाद सरकार ने कहा है कि परीक्षार्थियों को पेपर के दोबारा पैसे नहीं जमा करने होंगे। इसके साथ ही छात्रों को परीक्षा वाले दिन परीक्षा सेंटर तक यूपी रोडवेज की बसें फ्री में ले जाएंगी। हालांकि परीक्षा की नई तारीख का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इसका ऐलान हो जाएगा। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि चुनाव आयोग कभी भी आचार संहिता लगा सकता है और इसके बाद सरकार परीक्षा की तारीखों का ऐलान नहीं कर पाएगी। इसे देखते हुए जल्द ही तारीखों का ऐलान हो सकता है।
17 और 18 फरवरी को हुआ था परीक्षा का आयोजन
बता दें कि 17 और 18 फरवरी को प्रदेश में सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया गया था। 60,224 पदों के लिए 50 लाख से भी ज्यादा छात्र परीक्षा में बैठे थे। परीक्षा के पहले दिन की पेपर लीक होने की चर्चा होने लगी थी। इसके साथ ही तमाम लोगों के पास टेलीग्राम पर पेपर भी आ गया था। यह पेपर असल पेपर से काफी मिलता-जुलता हुआ था। इसके बाद ही पेपर लीक होने की बात फैल गई। छात्रों ने परीक्षा को रद्द करने और इसे दोबारा कराने की मांग करना शुरू कर दिया था।
छात्रों के करोड़ों रुपए बर्बाद
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों और सरकार के करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। हालांकि सरकार कह रही है कि अब छात्रों को परीक्षा के लिए दोबारा शुल्क नहीं देना होगा। लेकिन इसके बाद भी करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक अब तक 500 करोड़ से भी ज्यादा का खर्चा छात्रों का हो चुका है और परीक्षा दोबारा होने की वजह से उन्हें इतना ही खर्चा फिर से करना होगा। चत्रिन का यह खर्चा खाने-पीने, यात्रा और ठहरने पर लगा है।