फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद में हंगामा हो गया है। यहां के नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम उखरा में ग्रामीणों ने लेखपालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। ये घटना उस वक्त हुई, जब जेसीबी चलवाकर जमींदोज किए गए 18 लोगों के मकानों के सबंध में राजस्व विभाग की टीम, जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, सीओ और एसडीएम मौके पर मौजूद थे। इस दौरान लेखपालों से उनके अभिलेश भी छीन लिए गए और कुछ अभिलेखों को फाड़ दिया गया। लेखपालों की मारपीट से आहत लेखपाल और संघ के लोग नबाबगंज थाने में धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अड़ गए।
क्या है पूरा मामला?
ग्राम उखरा में पंचायत की भूमि पर 25 लोगों ने मकान बनवा लिए थे। उनमें से 18 लोगों के अवैध मकानों को राजस्व प्रशासन ने बुलडोजर के माध्यम से ध्वस्त कर दिया था। जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, एसडीएम रविन्द्र सिंह कायमगंज, सीओ मोहम्मदाबाद अनिल कुमार लेखपालों के साथ गांव उखरा पहुंचे थे। मोनिका यादव और अन्य लोग गांव वालों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान गांव वालों ने राजस्व टीम पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने दो लेखपालों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
ग्रामीणों ने लेखपालों के अभिलेख छीन सरकारी पत्रावलियों को गायब कर दिया। लेखपाल संघ के अध्यक्ष अजीत दुबे ने बताया दोनो लेखपालों के साथ ग्रामीणों ने जमकर मारपीट की है। सरकारी अभिलेख फाड़ दिए गए। पत्रावलियों को ग्रामीण छीन ले गए हैं। सरकारी पत्रावली गायब हो गई है।
लेखपाल साथी की पिटाई की सूचना पर दर्जनों लेखपाल थाना नबाबगंज पहुंचे। लेखपालों की तहरीर पर हमला करने वाले लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
क्यों है लोगों में नाराजगी?
यूपी के फर्रुखाबाद जिले के नवाबगंज में हालही में बड़ी बुलडोजर कार्रवाई हुई थी। यहां के उखरा गांव में 18 परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला था और उनके मकानों को तोड़ दिया गया था। ये सभी 18 परिवार यादव जाति से आते हैं। इस मामले में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बयान भी सामने आया था और उन्होंने इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। (फर्रुखाबाद से सुरजीत कुशवाहा की रिपोर्ट)