लखनऊ: यूपी में गुंडागर्दी के खिलाफ सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस बीच सीएम योगी ने क्राइम को खत्म करने के लिए यूपी पुलिस को जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का निर्देश दिया है। इस बारे में यूपी के डीजीपी विजय कुमार का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, 'यूपी के सीएम के आदेश पर, पुलिस अधिकारियों को अपराधियों, माफियाओं के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाने और अपराधियों को तत्काल हिरासत में लेकर अदालती कार्यवाही के साथ-साथ उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस पर जोर देने और अपराधों पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस द्वारा 1 जुलाई, 2023 से राज्य में ऑपरेशन कनविक्शन अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महिलाओं के खिलाफ अपराध, हत्या, डकैती, माफिया आदि क्राइम को शामिल किया गया है।
कई माफियाओं के अवैध निर्माण पर हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि योगी सरकार ने राज्य में कई माफियाओं के अवैध निर्माण के ऊपर कार्रवाई की है और उसे बुलडोजर के जरिए गिराया है। यही वजह है कि यूपी के अलावा बाकी राज्यों में भी सीएम योगी को बुलडोजर बाबा कहा जाने लगा है। उनकी इस कार्रवाई से माफियाओं और बदमाशों में डर का माहौल है क्योंकि उन्हें पता है कि अगर उनके अवैध कामों का चिट्ठा सरकार को पता लग गया तो बुलडोजर कार्रवाई होना निश्चित है।
अतीक अहमद हत्याकांड और विकास दुबे एनकाउंटर में उछला योगी सरकार का नाम
योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान यूपी के प्रयागराज में हुई माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या भी काफी चर्चा में रही। अतीक अहमद के काले साम्राज्य की कीमत करोड़ों में थी, जिस पर सरकार ने कड़ी कानूनी कार्रवाई की। वहीं बिकरू हत्याकांड के मुख्य आरोपी और कानपुर के गैंगेस्टर विकास दुबे कांड में भी योगी सरकार का नाम खूब उछला। दरअसल विकास दुबे एक कुख्यात गैंगेस्टर था और यूपी पुलिस जब उसे पकड़कर ला रही थी, तभी रास्ते में उसका एनकाउंटर हो गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बारिश की वजह से उसकी गाड़ी पलट गई थी। जिसके बाद विकास ने भागने की कोशिश की थी और पुलिस पर हमला किया था। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास की मौत हो गई थी।