लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विदेशी फंडिग हासिल करने वाले मदरसों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। इस दायरे में 4 हजार से ज्यादा मदरसे आएंगे। बीते साल हुए सर्वे में 8,441 मदरसे गलत तरीके से चलते हुए मिले थे। जिसमें से 4,000 मदरसे ऐसे थे, जिन्हें विदेशों से फंडिंग मिल रही थी। अब बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद उन पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और पुलिस अधिकारियों के बीच गोपनीय बातचीत भी हो चुकी है।
ज्यादातर मदरसा संचालकों ने बताया था कि उनके मदरसे चंदे की मदद से चल रहे हैं। खास तौर पर मिडिल ईस्ट के काफी लोग यहां पैसा भेजते हैं। नेपाल और बांग्लादेश से भी पैसा आने की बात सामने आई है। ऐसे मदरसो के संचालक चंदे के दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं करा पाए थे। ऐसे में यूपी सरकार कार्रवाई से ठीक फिर से पहले ब्यौरा जमा कर रही है।
इससे पहले जनवरी 2023 में ये खबर सामने आई थी कि मदरसों में मिल रही शिक्षा में भी कुछ नया करने के उद्देश्य से यहां भी NCERT (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की किताबें पढ़ाई जाएंगी। इस बारे में यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद का बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे इस साल NCERT (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) के स्टडी मैटेरियल को पढ़ेंगे। उन्होंने कहा था कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाएगी।
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