पूरे भारत में उत्तर प्रदेश संभवतः इकलौता ऐसा प्रदेश है, जहां कुम्भ और महाकुम्भ मेले के आयोजन के लिए एक अलग जिले का सृजन होता है। वह भी केवल मेला अवधि के लिए ऐसा किया जाता है। यूपी सरकार ने प्रयागराज महाकुम्भ के लिए प्रदेश के 76वें जिले की अधिसूचना जारी कर दी है।
महाकुम्भ मेला जिले की अधिसूचना जारी
प्रयागराज के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने शासन के निर्देश पर मेले के आयोजन के लिए महाकुम्भ मेला जिले की अधिसूचना रविवार को जारी की है। इस जिले में संपूर्ण परेड ग्राउंड के साथ ही कई राजस्व गांवों को शामिल किया गया है।
1 दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक रहेगा जिला
अधिसूचना के मुताबिक, नए जिले में चार तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के 66 ग्राम तथा संपूर्ण परेड क्षेत्र को शामिल किया गया है। जिले के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी मेलाधिकारी विजय किरन आनंद को दी गई है। यह जिला 1 दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक अस्तित्व में रहेगा। यानी कुल 121 दिन तक ही ये जिला रहेगा।
विजय किरन आनंद को बनाया गया डीएम
राज्य सरकार ने महाकुम्भ की व्यापक तैयारियों के चलते मेलाधिकारी के पद पर विजय किरन आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर राजेश द्विवेदी की नियुक्ति पहले ही कर दी है। अधिसूचना के मुताबिक, मेलाधिकारी के पास कार्यकारी मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी के अधिकार होंगे।
जिले में 56 थाने और 155 पुलिस चौकियां
महाकुम्भ मेला जिले में तीन अपर जिलाधिकारी, 28 उप जिलाधिकारी, एक तहसीलदार और 24 नायब तहसीलदार होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (कुम्भ) राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस पूरे जिले में 56 थाने, 155 पुलिस चौकियां, एक साइबर सेल थाना, एक महिला थाना और तीन जल पुलिस थाने होंगे।
मेले के सफल आयोजन में प्रशासन को रहेगी सूलियत
महाकुंभ मेला के आयोजन में नया जिला घोषित किए जाने से से प्रशासन को काफी सहूलियत होगी। इस बार महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच हो रहा है। इसको लेकर जिले के नए प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
भाषा के इनपुट के साथ