बांदाः यूपी के जालौन जिले में उरई कानपुर एन एच 27 पर कुइयां गांव के किनारे मिली युवती के शव को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। युवती बांदा जिले की रहने वाली थी और वह प्रयागराज में रहकर बैंक पीओ की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने युवती के प्रेमी को गिरफ्तार किय़ा है। पूछताछ में आरोपी युवक ने बताया कि वह प्रेमिका के शव को रात में कार में लेकर सैंकड़ों किलोमीटर तक घूमता रहा। इसके बाद वह शव को हाइवे किनारे फेंक कर फरार हो गया।
सीओ सिटी ने दी ये जानकारी
इस मामले में सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह का कहना है कि 10 अक्टूबर को लड़की के परिजनों की तहरीर पर बांदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। सर्विलांस लोकेशन के आधार पर कल्याणपुर कानपुर निवासी शिखर शुक्ला को गिरफ्तार किया है और उसकी निशानदेही पर उरई हाईवे में उस जगह की शिनाख्त हुई थी जहां उसने लड़की के शव को फेंका था। इस संबंध में जालौन पुलिस से सारी डिटेल ली गई जिसमें यह पुष्टि हुई कि लड़की ने आत्महत्या की थी और आरोपी शिखर खुद को बचाने के लिए उसको कार में डालकर हाईवे के किनारे फेंक आया था। मामले में आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है।
आरोपी ने बताया की युवती से उसके प्रेम संबंध थे। वह बार-बार उसे कानपुर से प्रयागराज बुलाती थी। एक दिन उसने फोन कहा कि अगर तुम नहीं आओगे तो वह सुसाइड कर लेगी। इस पर वह जब प्रयागराज पहुंचा तो वह सुसाइड कर चुकी थी।
युवती के परिजनों का विश्वास पात्र था आरोपी
जानकारी के अनुसार, बैंकिंग की तैयारी के लिए अपने एक बेहद विश्वास पात्र पहचान वाले के साथ परिजनों ने बेटी को प्रयागराज के लिए रवाना किया था लेकिन चार दिन बाद ही बेटी का मोबाइल ऑफ आने लगा। काफी खोजबीन के बाद उन्हें पता चला की बेटी प्रयागराज नहीं पहुंची और उन्होंने बांदा में उसके अपहरण होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। बांदा पुलिस ने कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर मामले का खुलासा किया है।
प्रेमिका के शव को कार में डालकर सैकड़ों किमी घूमता रहा आरोपी
बेहद नाटकीय ढंग से बेटी के परिजनों का विश्वास पात्र व्यक्ति ही छात्रा के शव को अपनी कार में डालकर सैकड़ों किलोमीटर घूमता रहा और एक सुनसान जगह पर हाईवे के किनारे फेंक कर भाग गया। बांदा पुलिस की सक्रियता के चलते आरोपी युवक पुलिस के हत्थे चढ़ गया और पुलिस आरोपी युवक को कानपुर से बांदा उठा लायी जहां पुलिस चौकी पर ही परिजनों ने आरोपी की जमकर पिटाई भी की। उरई पुलिस की डिटेल के मुताबिक मृतका छात्रा की मौत की वजह हैंगिंग है, तो वहीं परिजनों ने आरोपी युवक पर सीधे तौर पर उनकी बेटी का अपहरण करने और हत्या करने का आरोप लगाया है, वहीं इस मामले में बांदा पुलिस ने सभी तथ्यों को जांच परखकर बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है।
पुलिस ने युवती के शव का किया अंतिम संस्कार
विडम्बना यह रही कि बांदा में परिजन जहां अपनी बेटी को ढूंढने के लिए रात दिन एक किए थे वहीं उरई पुलिस ने इस लड़की के बरामद शव को अज्ञात मानते हुए पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
प्रयागराज में तैयारी कर रही थी युवती
जानकारी के अनुसार, कानपुर में हॉस्टल में रहकर बीकॉम किया था और उसके बाद बांदा अपने घर वापस आ गई थी जहां से बैंकिंग कंपटीशन की तैयारी के लिए इसी साल अक्टूबर में उसने प्रयागराज के कोचिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया था। वह प्रयागराज के लिए 18 अक्टूबर को आरोपी के साथ रवाना हुई थी। उसके घर वालों की 23 अक्टूबर तक लगातार मोबाइल पर बात होती रही। 23 अक्टूबर को रात में अचानक युवती की पिता के पास कॉल आई और जैसे ही पिता ने कॉल रिसीव की कॉल कट गई। इसके बाद तकरीबन एक हफ्ता युवती के मोबाइल नंबर से ही उसके पिता के नंबर पर बेटी के ख़ैरियत के मैसेज भेजे जाते रहे। लेकिन युवती का मोबाइल नंबर बंद ही आता रहा। इससे परेशान होकर उनके पिता ने बांदा नगर कोतवाली में 10 नवंबर को लड़की के अपहरण की एफआईआर भी दर्ज कराई थी।
दूसरी तरफ पुलिस और परिजन शेखर शुक्ला नाम के उस युवक की भी तलाश कर रहे थे जो उनके घर में फैमिली मेंबर बन गया था और कानपुर हॉस्टल का संचालन करता था। जिसमें युवती रहकर पढ़ाई कर चुकी थी। परिजनों की माने तो आरोपी शिखर शुक्ला ही उनके घर आया था और प्रयागराज में उसे एडमिशन दिलाने के नाम पर उनकी लड़की को साथ लेकर गया था। इसके बाद से शिखर शुक्ला का भी मोबाइल नंबर बंद आ रहा था।
शिखर शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा
इधर अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद बांदा पुलिस भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई थी। शिखर शुक्ला के मोबाइल फोन को लोकेशन ट्रेस करके शिखर शुक्ला और युवती की तलाश की जा रही थी और आखिरकार पुलिस टीम ने आरोपी शिखर शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद परिजनों को पता चला कि युवती मौत हो चुकी है। जालौन जिले में उरई कानपुर एन एच 27 पर कुइयां गांव के किनारे सोनाली की लाश अज्ञात तौर पर उरई पुलिस को मिली थी जिस पर उसको लावारिस मानते हुए पुलिस ने उसका डिस्पोज भी कर दिया था।
पोस्टमार्टम में हैंगिंग निकला जिससे पुलिस ने खुदकुशी दर्ज कर अज्ञात शव मानते हुए उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। पकड़े गए आरोपी की मृतका के परिजनों ने बांदा सिविल लाइन चौकी में पुलिस के सामने ही जमकर पिटाई भी की परिजनों की पिटाई से पुलिस के जवान किसी तरह आरोपी शिखर शुक्ला को बचाकर लॉकअप तक सुरक्षित किया।
(रिपोर्ट- पंकज द्विवेदी, बांदा)