मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में बीजेपी के सहयोगी रालोद के प्रमुख जयंत चौधरी ने कांवड़ मार्ग पर नेम प्लेट को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने यह फैसला ज्यादा सोच समझकर नहीं लिया है। अभी भी समय है, इस फैसले को वापस हो जाना चाहिए या फिर इस पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाना चाहिए।
जयंत ने और क्या कहा?
जयंत ने कहा, 'कांवड़ ले जाने वाले या सेवादार की कोई पहचान नहीं होती। धर्म या जाति की पहचान करके कोई सेवा नहीं लेता। इस मामले को धर्म और जाति से भी नहीं जोड़ा जाना चाहिए। सब अपनी दुकानों पर नाम लिख रहे हैं। मैकडॉनल्ड और बर्गर किंग क्या लिखेगा?'
जयंत ने कहा, 'सरकार ने यह फैसला ज्यादा सोच समझ कर नहीं लिया। अब फैसला ले लिया तो उस पर टिक रहे हैं। मुसलमान वेजिटेरियन भी हैं और और हिंदू नॉनवेज खाने वाले भी हैं। अब कहां-कहां नाम लिखें? क्या अब कुर्ते में भी नाम लिखना शुरू कर दें? क्या देख कर मिलें कि हाथ मिलाना है या गले लगाना है।'
मुस्लिम उम्मीदवार वाला एंगल है क्या?
सूत्र बता रहे हैं कि जयंत चौधरी की पार्टी RLD मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट के उपचुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार उतारना चाहती है। मीरापुर मुस्लिम बाहुल्य सीट है और यहां से 2022 में RLD के चंदन चौहान जीते थे। अब चंदन के बिजनौर से सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई है। जिसके बाद जयंत चौधरी ने पूर्व सांसद अमीर आलम के बेटे नवाजिश आलम को मीरापुर से उम्मीदवार बनाने को लेकर बात की है।
बीजेपी के साथ जयंत के जाने से मुस्लिम वोट RLD से दूर हो गया है। जयंत का कांवड़ यात्रा पर योगी सरकार के खिलाफ बयान देना इसी रणनीति के हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है।