हाथरस: यूपी के हाथरस में 6 सितंबर को हुई मैक्स लोडर और रोडवेज बस की टक्कर में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। खबर लिखे जाने तक इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 15 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी और 2 लोगों की मौत इलाज के दौरान हॉस्पिटल में हुई।
मरने वालों में 7 पुरूष, 4 महिला, और 6 बच्चे हैं। 17 मृतकों में 16 लोग खंदौली के गांव सेमरा और 1 शख्स दीदामई फिरोजाबाद का निवासी है। मैक्स लोडर सवार लोग सासनी के गांव मुकुंद खेड़ा चालिस में दावत खाकर खंदौली के पास गांव सेमरा वापस लौट रहे थे। मामला थाना चंदपा क्षेत्र आगरा अलीगढ़ बाईपास स्थित मीतई गांव का है।
घटनास्थल से कई डराने वाले वीडियो सामने आए हैं। इसमें कई बच्चे बुरी तरह घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। पुलिस लगातार मदद कर रही है। अचानक हुई इस घटना से मृतकों के परिजनों के बीच मातम पसरा हुआ है।
राष्ट्रपति, पीएम और सीएम ने जताया था शोक, मुआवजे का भी ऐलान
हाथरस में हुए भीषण सड़क हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया था। साथ ही केंद्र सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया था।
हाथरस हादसे पर दुख जताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा था, 'उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। अपने स्वजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।'
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर शोक जताया था। उन्होंने कहा था कि मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने हेतु निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में सड़क दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। (इनपुट: रवि चौधरी)