लखनऊ: महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों के साथ साथ सबकी नज़र उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों पर भी टिकी हुई है। उत्तर प्रदेश के बारे में सिर्फ दो एजेंसीज के एक्जिट पोल आए हैं। दोनों ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का जादू चलेगा। MATRIZE के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी नौ सीटों में से 7 पर चुनाव जीत सकती है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को सिर्फ 2 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। JVC के एग्जिट पोल के नतीजे भी ज्यादा अलग नहीं हैं। इसमें बीजेपी और सहयोगी दलों को 6 और समाजवादी पार्टी को 3 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
गाजियाबाद में सिर्फ 33 प्रतिशत मतदान
इससे पहले प्रदेश की कटेहरी, करहल, मीरापुर, गाजियाबाद, मझवां, सीसामऊ, खैर, फूलपुर और कुंदरकी सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। जो मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र के अंदर पहुंच गए, उन सभी को वोट डालने दिया गया। निर्वाचन आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक 49.30 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें अभी वृद्धि की सम्भावना है। शुरू में धीमी रफ्तार के बाद मतदान में तेजी आयी। मगर गाजियाबाद में सिर्फ 33 प्रतिशत मतदान हुआ।
अखिलेश ने शेयर किया वीडियो
शाम पांच बजे तक गाजियाबाद में 33.30 प्रतिशत, कटेहरी में 56.69 प्रतिशत, खैर में 46.35 प्रतिशत, कुंदरकी में 57.32 प्रतिशत, करहल में 53.92 प्रतिशत, मझवां में 50.41 प्रतिशत, मीरापुर में 57.02 प्रतिशत, फूलपुर में 43.43 प्रतिशत और सीसामऊ में 49.03 प्रतिशत मतदान हुआ। आयोग के मुताबिक, मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आयी। मगर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘‘कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। वे मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं। लाठी मारने की धमकी भी दे रहे हैं। साथ ही समाचार चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं। ऐसे अधिकारी की पहचान की जाए और तत्काल निलंबित किया जाए।’’ निर्वाचन आयोग से वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने और दंडात्मक कार्रवाई करने तथा निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपील की।
पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड
अखिलेश यादव की इस अपील को चुनाव आयोग ने संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी। आयोग ने मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के आरोप में बुधवार को कम से कम पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और कई अन्य को चुनाव ड्यूटी से हटाने का आदेश दिया। आयोग के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने शिकायतों की पुष्टि के बाद उक्त पुलिसकर्मियों को उनके आचरण के लिए निलंबित कर दिया। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मुजफ्फरनगर में मतदाताओं की जांच के दौरान आयोग के दिशा-निर्देशों का ‘‘अनुपालन नहीं करने’’ के कारण दो उप-निरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मुरादाबाद में पुलिसकर्मियों द्वारा मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच के संबंध में प्राप्त शिकायतों के मद्देनजर गहन जांच की गई। उन्होंने बताया कि ये मामले भीकनपुर कुलवाड़ा और मिलक सिरी गांवों से संबंधित थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक उपनिरीक्षक, दो हेड कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबल को चुनाव ड्यूटी से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है।
गाजियाबाद में सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार
जिन नौ सीट पर उपचुनाव हो रहा है उनमें से आठ सीट मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उनके विधानसभा से इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द किये जाने के चलते उपचुनाव हो रहा है। उपचुनाव में कुल 90 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में थे। वहीं, सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इन सभी का चुनावी भाग्य आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया। (इनपुट-भाषा)