नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लोकसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी के निराशाजनक प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली है और हार की वजह भी बताई है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो फैसला लेंगे उसी के मुताबिक भूपेंद्र चौधरी कार्य करेंगे। बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भूपेंद्र चौधरी की करीब आधे घंटे तक मुलाकात हुई।
हार की प्रमुख वजह
- संविधान बदलने की बात, आरक्षण खत्म करने का भ्रम
- अधिकारियों की मनमानी
- जनप्रतिनिधियों की सुनवाई न होना
- संविदा पर की जा रही भर्तियों और उनमें आरक्षण न होने के मुद्दे से पनपा असंतोष
- मतदाता सूची से नाम कटने की बात
25 जून तक तैयार होगी समीक्षा रिपोर्ट
यूपी में मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। तकरीबन 40 हजार लोगो से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। 25 जून तक यूपी बीजेपी की समीक्षा रिपोर्ट तैयार होगी जिसके बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में रिपोर्ट रखी जाएगी।
जल्द होगी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक
माना जा रहा है कि जल्द होगी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। यूपी में बीजेपी ये मानती है कि कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट में से बीजेपी समर्थित लोगों के नाम या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए। अयोध्या, श्रवस्ती, बस्ती, समेत कई लोकसभा क्षेत्र में ये बात सामने आई।
अयोध्या में भी पार्टी की हार की समीक्षा
साथ ही अयोध्या में भी पार्टी की हार की समीक्षा हुई। महंत राजू दास के बयान का भी संज्ञान लिया गया है। यूपी में नतीजे आशा के विपरीत आए लिहाजा पार्टी अध्यक्ष के तौर पर भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा के समक्ष नैतिक जिम्मेदारी ली। वहीं दिल्ली बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के लिए पहुंचे।