यूपी के बागपत जिले में एक वकील से हुई लूट के मामले में पूछताछ के लिए कोतवाली लाए गए दिव्यांग युवक की अचानक तबियत बिगड़ गई। उसे मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दूसरी तरफ घटना को लेकर सोशल मीडिया में आई खबरों में कहा जा रहा है कि पुलिस प्रवीण को बुधवार को कोतवाली लाई थी, जहां रात को उसने हवालात में सल्फास खा ली। हालत बिगड़ने पर पुलिस उसे सरकारी अस्पताल ले गई, जहां से चिकित्सकों ने मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए उसे रेफर किया। गुरुवार की सुबह प्रवीण की मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने प्रवीण के हवालात में सल्फास खाने की पुष्टि नहीं की है।
पूछताछ के लिए लाए गए दिव्यांग तक जहरीला पदार्थ कैसे पहुंच गया, अब पुलिस अधिकारी इसका पता लगाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए कोतवाली में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। इसके अलावा कोतवाली में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
3 बदमाशों ने वकील से लूटे थे 50 हजार
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि बुढेड़ा गांव के निवासी अधिवक्ता तेजवीर सिंह गत 16 मार्च की शाम साढ़े सात बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर बागपत से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में मोटरसाइकिल सवार तीन बदमाशों ने उनसे मारपीट कर 50 हजार रुपये लूट लिए थे। उन्होंने बताया कि अधिवक्ता की तहरीर पर बागपत कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की थी। पुलिस की विवेचना के आधार पर आरोपी दीपेश उर्फ दीप तथा नीरज के नाम सामने आये, जिसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
आरोपियों से पूछताछ में सामने आया था प्रवीण का नाम
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में दिव्यांग प्रवीण का भी नाम सामने आया जिसे 20 मार्च को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाना कोतवाली बागपत में बुलाया गया था। अचानक रात में प्रवीण की तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उसको उपचार के लिए मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह थाना कोतवाली पुलिस व प्रवीण के परिजन अस्पताल में मौजूद रह कर प्रवीण का उपचार करा रहे थे। गुरुवार सुबह प्रवीण की मौत हो गई। परिजनों द्वारा प्रवीण के शव का अंतिम संस्कार किया गया। घटना के संबंध में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। (भाषा)
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