उमेश पाल हत्याकांड मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों की कस्टडी रिमांड को मंजूर कर लिया गया है। सीजेएम कोर्ट द्वारा 5 आरोपियों को 6 घंटे की रिमांड कस्टडी में भेजा गया है। रिमांड मिलने के बाद पुलिस अब पांचों आरोपियों नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, कैश अहमद, राकेश कुमार और अरशद कटरा उर्फ अरशद खान से करेगी पूछताछ। रिमांड में लेने से पहले कल सुबह इनका मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा। बता दें कि रिमांड देने के साथ ही कोर्ट ने कहा कि आरोपियों पुलिस आरोपियों पर टॉर्चर या थर्ड डिग्री की इस्तेमाल नहीं करेगा। वहीं जब पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जाएगी इस दौरान एक वकील भी वहां मौजूद रहेगा। रिमांड की अवधि पूरी हो जाने के बाद कोर्ट में पुलिस दोबारा पांचों आरोपियों को पेश करेगी।
शाइस्ता परवीन की जमानत याचिका टली सुनवाई
इसी मामले में अतीक की पत्नी शाइस्ता की अग्रिम जमानत पर सुनवाई टल गई है। शाइस्ता परवीन के अग्रिम जमानत पर अब अगली सुनवाई 6 अप्रैल को होगी। शाइस्ता परवीन की तरफ से वकील ने अग्रिम जमानचत के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल किया था। बता दें कि शाइस्ता परवीन फिलहाल फरार चल रही है। वहीं पुलिस ने शाइस्ता परवीन की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
अतीक का साला गिरफ्तार
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और प्रयागराज पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान में उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में अतीक अहमद के साले अखलाक अहमद को बीते दिनों गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल के शूटरों को अखलाक ने फंडिंग की थी। उमेश पाल की हत्या में माफिया अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद की अहम भूमिका थी। बता दें कि उमेश पाल की 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक अहमद 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या और उमेश पाल की हत्या में आरोपी है।
अतीक अहमद को आजीवन कारावास
उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद को कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इस मामले की सुनवाई के लिए उसे गुजरात के साबरमती जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज लाया गया था और सजा मिलने के बाद उसे फिर से साबरमती जेल पहुंचा दिया गया। वहीं आतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन उसके बेटे व अन्य आरोपी उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से ही फरार चल रहे हैं। इस घटना को महीने भर से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन पुलिस के अब भी खाली हैं।
(रिपोर्टर-इमरान)