UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की काननू व्यवस्था की प्रशंसा की है। साथ ही उन्होंने बड़ा बयान दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि 'उत्तर प्रदेश में पिछले 6 साल से कोई दंगा नहीं हुआ। उ.प्र. की कानून व्यवस्था को एक नज़ीर के रूप में देखा जा रहा है। सीएम योगी ने इस बयान से यही स्पष्ट किया है कि जब से उत्तर प्रदेश में बीजेपी की पार्टी के रूप में योगी सरकार काम कर रही है, तब से उत्तर प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है। सीम योगी ने यह बात UPPSC द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र वितरण और 'ई-अधियाचन' पोर्टल के उद्घाटन कार्यक्रम में कही।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सीएम योगी ने कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार को लेकर कई बार अपनी बात रख चुके हैं। उन्होंने राज्य में बड़े निवेशकों से भी कई बार कहा है कि योगी राज में कानून व्यवस्था इतनी दुरुस्त है कि वे बेझिझक यूपी में इनवेस्ट कर सकते हैं। इन्वेस्टर्स समिट में भी यही बात दोहराई थी।
योगी आदित्यनाथ की सरकार में कानून व्यवस्था को जिसने तोड़ा, जिसने दबंगई दिखाई वह मिट्टी में मिल गया। पिछले 6 साल के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार प्रदेश की कानून व्यवस्था के बेहतर होते जाने का हवाला देते रहते हैं। माना जाता है कि पिछले 6 सालों में अपराधियों पर हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई से उनकी रीढ़ टूट गई है। योगी सरकार ने हाल ही में एक बयान जारी कर बताया था कि पिछले 6 सालों में यूपी पुलिस और अपराधियों के बीच 10 हजार से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें 63 अपराधी मारे गए, जबकि एक सिपाही की शहादत हुई।
विदेशों में भी बज रहा कानून व्यवस्था का डंका’
बयान में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही राज्य की बागडोर संभाली, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करना उनकी प्राथमिकता बन गई। उनकी सरकार ने माफिया और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई और राज्य की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई तेज कर दी।’
मोदी, शाह भी कर चुके हैं यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ
बता दें कि GIS-23 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं और निवेशकों ने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ की थी। यूपी पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से काम किया और एनकाउंटर एक ऐसी रणनीति के रूप में सामने आया, जिससे अपराधियों में भय पैदा हो गया और वे राज्य से पलायन करने लगे।