सुल्तानपुरः सुल्तानपुर में नगर कोतवाल को वर्दी की गरिमा नहीं पता है। बुधवार को कांग्रेसियों के धरना प्रदर्शन के दौरान पहले तो उन पर नेताओं के कॉलर पकड़ने का आरोप लगा। इस विरोध में अपने को घिरता देख वो आपा खो बैठे। उन्होंने ऑन कैमरा अपनी वर्दी फाड़ डाला। इसका वीडियो भी सामने आया है। कलेक्ट्रेट के सामने मुख्य मार्ग पर पुलिस और नेताओं में घंटो तक नोक-झोंक हुई। हालांकि मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया।
धरने पर बैठे कांग्रेसी कार्यकर्ता
जानकारी के अनुसार, बुधवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में कांग्रेसी डीएपी खाद की किल्लत, धान की खरीद नहीं होने और अन्य मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरे। कांग्रेसी जब कलेक्ट्रेट पहुंचे तो डीएम के मौखिक तुगलकी फरमान पर कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर दिया गया ताकि कांग्रेसी कलेक्ट्रेट के अंदर न जा सके। जब कांग्रेसी यहां पहुंचे और गेट बंद किया गया तो वे कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शनकारी कांग्रेसी नेताओं से भिड़े कोतवाल
इससे नगर कोतवाल कांग्रेसियों से उलझ गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह ने बताया कि जनपद में किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है। किसान सुबह तीन बजे से दोपहर तक लाइन लगा रहा है फिर भी खाद नहीं पा रहा है। सोसायटियों पर बीज नहीं मिल रहे हैं, जहां से बीच और धान खरीद होना चाहिए था वो कई सोसायटियां बंद हैं। हमने पूर्व में डीएम से मिलकर लिखित मांग की थी कि सोसायटी चालू करें। चीनी मिल बंद है, उसको बेचने की कगार पर लोगों ने पहुंचा दिया है। सड़के टूटी हुई हैं, तमाम इन समस्याओ को लेकर आज हम लोग जिलाधिकारी से मिलने जा रहे थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके लिए पूर्व में कल सूचित किया गया था। आज 10-15 की संख्या में कार्यालय से निकलकर जा रहे थे। यहां पहुंचे तो अंदर नहीं जाने दिया गया गेट बंद कर दिया गया तो मजबूर होकर हम लोग बैठे। तब नगर कोतवाल ने आकर कांग्रेस के नेताओं का कालर पकड़कर खींचा। उन्होंने हाथापाई किया जिसमें कई हमारे साथियों को चोटें भी आई। हमने यही कहा कि जिलाधिकारी से हमको मिला दीजिये या धान खरीद का जो भी सक्षम अधिकारी है उससे मिला दीजिये। कोतवाल ने सबके सामने अपनी वर्दी के बटन तोड़े।
रिपोर्ट- जागृति श्रीवास्तव, सुल्तानपुर