उत्तर प्रदेश आरओ-एआरओ पेपर लीक मामले में एसटीएफ के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। दरअसल इस मामेल में भोपाल की प्रिटिंग प्रेस पर एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के बाद कुल 6 सदस्यों को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि 11 फरवरी 2024 को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2023 का आयोजन किया गया था। इस दौरान प्रिटिंग प्रेस से पेपर लीक कराया गया था। प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक कराने वाले गैंग का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल, मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 5 ब्लैंक चेक भी बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ ने की गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुनील रघुवंशी, सुभाष प्रकाश, विशाल दूबे, संदीप पांडेय, अमरजीत शर्मा, विवेक उपाध्याय है। इन आरोपियों को 23 जून की सुबह 11.40 बजे छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया। बता दें कि 11 फरवरी 2024 की सुबह परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व ही परीक्षा केंद्र विशव जॉन्सन गर्ल्स स्कूल एंड कॉलेज से पेपर आऊट कराय लिया गया था। यूपी एसटीएफ द्वारा इस गैंग का पर्दाफाश किया गया। प्रयागराज स्थिति इस स्कूल में परीक्षा का कार्य देखने वाले अर्पित, विनीत, यशवंत व अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य की भूमिका की जांच की जा रही हैं।
कई एंगल से एसटीएफ ने की जांच
वहीं एसटीएफ की वाराणसी की फील्ड इकाई द्वारा कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान जानकारी जुटाने पर पता चला कि परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र से नहीं बल्कि प्रिंटिंग प्रेस से भी आऊट कराया जा सकता है। इसके बाद पता चला कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आय़ोग द्वारा आरओ-एआरओ के प्रश्नपत्र की प्रिटिंग भोपाल में कराई गई थी। पूर्व में यूपी आरक्षी पुलिस भर्ती का पेपर आऊट कराने वाले मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा भी अपने गैंग के कुछ सदस्यों के साथ उस समय भोपाल में ही रह रहा था। इस संबंध में जांच करने के बाद प्रश्नपत्र लीक कराने में शामिल उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।