मैनपुरी: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा है कि मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जब भगवान बुलाएंगे तो हमें उसी समय जाना चाहिए। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि मेरा पूरा परिवार अयोध्या जायेगा। बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण देश की तमाम बड़ी राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों को भेजा गया है। इस फेहरिस्त में सपा प्रमुख और डिंपल यादव के पति अखिलेश यादव भी शामिल हैं।
अखिलेश ने प्राप्त किया था अयोध्या का निमंत्रण
बता दें कि बीते शनिवार को ही अखिलेश यादव ने अयोध्या का निमंत्रण मिलने की पुष्टि की थी। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीते शनिवार को कहा कि वह अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सपरिवार दर्शनार्थी बनकर अवश्य जाएंगे। सपा प्रमुख यादव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर चंपत राय को लिखे एक पत्र को साझा किया है, जिसकी शुरुआत में उन्होंने ‘‘आदरणीय श्री चंपत राय जी, महासचिव, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या’’ संबोधन के साथ लिखा है, ‘‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के स्नेह निमंत्रण के लिए धन्यवाद एवं समारोह के सकुशल संपन्न होने की हार्दिक शुभकामनाएं।’’ इस पत्र में सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘हम प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पश्चात सपिरवार दर्शनार्थी बनकर अवश्य आएंगे। आज प्राप्त निमंत्रण के लिए पुन: धन्यवाद।’’
पहले अखिलेश ने कही थी निमंत्रण ना मिलने की बात
हालांकि, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि उन्हें अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही कूरियर से मिला हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें निमंत्रण कूरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाये, ताकि यह पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं। राजधानी में समाजवादी पार्टी कार्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किये जाने के सवाल पर कहा, "यह (भाजपा) अपमानित करने का काम करते हैं। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला हैं। जब हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो अपने परिचित को ही निमंत्रण देते हैं। हम किसी राह चलते को निमंत्रण नहीं देते। हमें कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है।’’
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