उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हिंसा हुई थी, जिसमें कई आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। इनमें से कुछ आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं, जिनसे मिलने समाजवादी पार्टी (SP) के कुछ नेता सोमवार को पहुंचे थे। उन्होंने मुरादाबाद जेल में बंद संभल हिंसा के सभी आरोपियों से मुलाकात की। इसे अवैध मुलाकात करार देते हुए कार्रवाई की गई है।
मामले को लेकर डीजी जेल ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश शासन को भेजी गई है। यह कार्रवाई इस बात को लेकर की गई है कि सपा नेताओं ने जेल में बंद आरोपियों से बिना किसी आधिकारिक अनुमति के मुलाकात की, जो जेल के नियमों का उल्लंघन है।
मुलाकात के बाद पोस्ट
जेल में बंद आरोपियों से मुलाकात करने वाले सपा नेताओं में विधायक नवाब जान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन के साथ कई और नाम शामिल हैं। बताया जा रहा है कि 15 लोग जेल में आरोपियों से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर फोटो शेयर कर लिखा, "समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर मुरादाबाद जिला कारागार में बंद संभल हिंसा के निर्दोष लोगों से समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और उनका दुख-दर्द जाना।"
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि पूर्व सांसद और विधायकों के साथ कुछ सपा नेताओं ने बगैर पर्ची लिए ही आरोपियों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की शिकायत की गई थी। शिकायत के बाद इस मामले को लेकर शासन के निर्देश पर डीजी जेल ने डीआईजी जेल कुंतल किशोर को मामले की जांच सौंपी थी। मामले को लेकर वहां के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को डीजी जेल पीवी राम शास्त्री ने निलंबित कर दिया। इसके साथ ही शासन से जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश की गई है। जेल अधीक्षक पर भी लापरवाही बरतने का आरोप है।
ये भी पढ़ें-
संभल मामले की जांच को लेकर दाखिल याचिका इलाहाबाद HC से खारिज, जानें क्यों
ISRO की बड़ी लॉन्चिंग टली, बताई गई ये वजह, जानिए क्या है PROBA-3 मिशन