लखनऊ: यूपी के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के मामले में जांच तेज हो गई है। हादसे के बाद से ही सीएम योगी खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। वहीं अब इस मामले में एसआईटी ने 100 से ज्यादा लोगों के बयान लिए।
100 लोगों के दर्ज किए बयान
बता दें कि हाथरस में हुए हादसे के मामले की जांच एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में इस हादसे की जांच की जा रही है। जांच में डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। दो जुलाई की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था। एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा दिया गया, जिसमें सबसे बड़ा सवाल हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों को उजागर करना है।
एसआईटी ने बताई हादसे की वजह
शुरुआती जानकारी में SIT ने आयोजकों की बड़ी लापरवाही को हादसे का कारण बताया है। इसमें आयोजकों की तरफ से प्रॉपर इंतजाम ना करना और हादसे के बाद भी उसको छिपाने जैसी बातों का जिक्र किया गया है। इसमें घटनास्थल पर तैनात एक-एक पुलिसकर्मी व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसएसपी आदि तमाम लोगों के बयान शामिल हैं।
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