कानपुर: कानपुर जिले की सीसामऊ विधानसभा सीट के लिए 13 अक्तूबर को उपचुनाव होगा। इसके लिए सपा जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इसी क्रम में प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल पीडीए सम्मेलन में सीसामऊ पहुंचे। जब कार्यक्रम चल रहा था तो सपा के दो गुट श्याम लाल पाल के सामने ही भिड़ गए।
अमिताभ बाजपेयी मंच छोड़कर चले गए
मंच पर भाषण दे रहे जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने पार्टी के एक विधायक पर चुनाव हराने का आरोप लगा दिया। इसके बाद मंच पर अफरा तफरी मच गई। विधायक और जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गए। मामला इतना बढ़ा कि विधायक अमिताभ बाजपेयी मंच छोड़ कर चले गए। समर्थको के समझाने पर वापस मंच पर आए। कार्यक्रम में लगाए गए पोस्टर में विधायक में अमिताभ बाजपेई और हसन रूमी की फोटो नहीं थी।
अमिताभ बाजपेई और हसन रूमी एक तरफ और जिलाध्यक्ष एक तरफ
कानपुर शहर से सपा के दो दिग्गज विधायक अमिताभ बाजपेई और हसन रूमी एक तरफ और दूसरे पाले में सपा के शहर जिलाध्यक्ष फजल महमूद दिखाइए दिए। शब्दों के बाण से दोनों ओर से कटाक्ष हो रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ता और प्रदेश अध्यक्ष तमाशबीन दिख रहे थे। कभी जिलाध्यक्ष का खेमा कुछ बोलता तो विधायक अमिताभ बाजपेई और हसन रूमी कुछ बोलते। फजल महमूद ने कहा कि विधायक यह चुनाव हरवा दें। इसी बात पर वह भड़क गए।
सपा विधायक ने कहा पार्टी एकजुट
वहीं विधायक अमिताभ बाजपेई ने इस झगड़े को महज विचारों के मतभेद से जोड़ा है और कहा कि सपा में सब एकजुट हैं। सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने भी पूरे मामले पर पर्दा डाला। बता दें कि सपा ने पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को सीसामऊ सीट से प्रत्याशी बनाया है। यूपी अध्यक्ष श्याम लाल पाल उपचुनाव की तैयारियां और रणनीति के लिए सीसामऊ में पहुंचे थे।
इस वजह से हुआ था विवाद
जिलाध्यक्ष और सपा विधायकों के बीच विवाद की वजह कार्यकम के पोस्टर बैनर में विधायकों की फोटो न होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, विधायक और जिलाध्यक्ष के बीच पहले से ही तनातनी चल रही है। बता दें कि यह इस पर सपा का पहले से कब्जा था।
रिपोर्ट- ज्ञानेन्द्र शुक्ला