अयोध्या: राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अब जोरों से चल रही हैं। इसी बीच कल सोशल मीडिया पर रामलला की एक श्याम रंग की प्रतिमा की फोटो तेजी से वायरल हुई। वायरल हो रही तस्वीर में भगवान राम की मूर्ति की आंखें नजर आ रही हैं, जिसे लेकर अब राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एक बयान जारी किया है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने कही जांच की बात
रामलला की वायरल हो रही प्रतिमा पर आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अगर मूर्ति की ऐसी तस्वीरें आई हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 'मूर्ति को उसी जगह पर स्थापित किया गया है, जहां उसे स्थापित करना था, लेकिन अभी मूर्ति को खोला नहीं गया है। मूर्ति को ढक कर रखा गया है।' प्राण प्रतिष्ठा तक रामलला की मूर्ति की आंखें खोलने की बात पर आचार्य सत्येंद्र दास ने साफ इनकार करते हुए कहा कि 'नहीं, ऐसा नहीं हो सकता है।'
'प्राण प्रतिष्ठा तक आंखें ढक कर रखी जाती हैं'
उन्होंने कहा कि 'जब मूर्ति तैयार हो जाती और जब यह निर्णय हो जाता है कि इसी मूर्ति को ले जाना है तो उसके नेत्र बंद कर दिए जाते हैं। ऐसा स्वरूप मिल ही नहीं सकता और अगर मिल गई है तो उसकी जांच होगी। किसने इसे खोल दिया और कैसे ये वायरल हुई, इसकी जांच होगी। सभी काम हो सकते हैं, लेकिन नेत्र नहीं खुल सकते हैं।' बता दें कि किसी भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा तक उसकी आंखें ढक कर रखी जाती हैं और प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही किसी प्रतिमा की आंखों को पूरा खोला जाता है।
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