उत्तर प्रदेश के अयोध्या में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन का पुतला जलाया गया। सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर अयोध्या के तपस्वी छावनी के मुख्य पुजारी संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने उदयनिधि का पुतला दहन किया। इस दौरान प्रतीकात्मक रूप से सिर कलम किया। परमहंस आचार्य ने कहा कि जो भी उदयनिधि का सिर कलम कर लाएगा उसे 10 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा।
"सनातन धर्म की न तो शुरुआत है, न ही अंत"
परमहंस आचार्य ने कहा, "मैं स्टालिन का सिर काटकर मेरे पास लाने वाले को 10 करोड़ रुपये नकद इनाम दूंगा। अगर किसी ने स्टालिन को मारने की हिम्मत नहीं की, तो मैं खुद उन्हें दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढूंगा और मार डालूंगा।" आचार्य ने अतीत में भी रामचरितमानस पर टिप्पणियों को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर काटने और 'पठान' फिल्म में भगवा पोशाक दिखाने के लिए अभिनेता शाहरुख खान को जिंदा जलाने वाले को नकद पुरस्कार की घोषणा की थी। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म की न तो शुरुआत है और न ही अंत। यह कभी नष्ट नहीं हुआ है और न ही कभी नष्ट हो सकता है।"
क्या था उदयनिधि स्टालिन का बयान?
बता दें कि तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को यह टिप्पणी कर विवाद पैदा कर दिया कि 'सनातन धर्म' समानता एवं सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसका उन्मूलन करने की जरूरत है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस,मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि इनका उन्मूलन कर देना चाहिए।