संभलः समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क पर बिजली चोरी का आरोप लगा है। बिजली विभाग ने सपा सांसद बर्क के घर की बिजली सप्लाई काट दी है। साथ ही जिया उर रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी के मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई है। जब बिजली कर्मचारी सांसद के घर की बिजली सप्लाई काटने पहुंचे तो इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही।
आज सुबह राज्य बिजली विभाग मीटर रीडिंग और विभिन्न बिजली के लोड की जांच करने के लिए बर्क के आवास पर पहुंचा। राज्य बिजली विभाग ने पाया कि उपलब्ध बिजली कनेक्शन लोड का आठवां हिस्सा था। इसके बाद बिजली बोर्ड ने बिजली कनेक्शन काट दिया। पिछले छह महीने से सांसद के घर का बिजली बिल शून्य रुपये आ रहा था।
राज्य बिजली विभाग ने दी ये जानकारी
राज्य बिजली विभाग ने बताया कि बर्क ने 2 किलोवाट का कनेक्शन लिया है, जबकि लोड 16.5 किलोवाट है। दो दिन पहले लगाए गए नए स्मार्ट मीटर में 5.5 किलोवाट बिजली का लोड दिखा। बर्क के परिवार से जुड़े लोगों के मुताबिक घर में दो-दो किलोवाट के दो बिजली मीटर लगे हैं। इसके अलावा घर में 10 किलोवाट का सोलर पैनल और 5 किलोवाट का जनरेटर लगा हुआ है। इससे बर्क हाउस 19 किलोवाट बिजली का भार उठा सकता है।
हालांकि बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता वी के गुप्ता ने कहा कि सोलर पैनल काम नहीं कर रहे हैं। बर्क के दो मंजिला घर में कुछ भारी बिजली के उपकरण पाए गए। इसमें 50 से अधिक एलईडी बल्ब, एक डीप फ्रीजर, तीन स्प्लिट एसी, 2 फ्रिज, एक कॉफी मेकर, एक गीजर और एक माइक्रोवेव ओवन समेत अन्य चीजें शामिल हैं। इन उपकरणों पर कुल मिलाकर 16,480 किलोवाट का विद्युत भार पाया गया।
मीटर बदलने से सांसद ने किया था इनकार
आरोप है कि बिजली विभाग की टीम ने इससे पहले 2 बार सांसद को मीटर बदलने के लिए बोला लेकिन बर्क की तरफ से मना किया गया। सांसद के घर की छत पर सोलर पैनल तो रखा है लेकिन वो वर्किंग नही है। सोलर पैनल का कनेक्शन नीचे कहीं किसी उपकरण में नहीं था।
सांसद के पिता के खिलाफ केस दर्ज
वहीं, सांसद के पिता ममलूक उर रहमान के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। सांसद के पिता पर बिजली विभाग के कर्मचारियों को धमकाने का आरोप है। नखासा थाने में 352 351(2) 132 BNS की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि सांसद जिया उर रहमान बर्क जिला विद्युत समिति के अध्यक्ष हैं। भारत सरकार की रिवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन स्कीम के तहत ही जिला विद्युत समिति काम करती है ताकि जिले में बिजली चोरी को रोका जा सके।
रिपोर्ट- रोहित व्यास, संभल