कानपुर: वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस तड़के 02:35 बजे कानपुर के पास पटरी से उतर गई। इस हादसे में ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। ट्रेन के कुछ डिब्बे पटरी से उतरने के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे, पुलिस और फायर विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
ट्रैक के पास एक लोहे का बड़ा टुकड़ा मिला
इस हादसे में साज़िश की आशंका जताई जा रही है क्यों ट्रैक के पास एक लोहे का बड़ा टुकड़ा मिला है। बताया जा रहा है कि पटरी के हिस्से सा ही दिखने वाला ये टुकड़ा सोलहवीं बोगी के नीचे मिला। इसे पुलिस ने ज़ब्त कर लिया है और साज़िश के एंगल से भी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में पटरी पर कोई हिस्सा टूटा हुआ नहीं पाया गया है। इंटेलीजेंस ब्यूरो और यूपी पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच हुआ हादसा
हादसा 2 बजकर 35 मिनट पर कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच हुआ। साबरमती एक्सप्रेस के ड्राइवर के मुताबिक सुबह तीन बजे एक बोल्डर इंजन से टकराया और इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद राहत और बचाव के लिए फौरन रेलवे के साथ साथ स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। वाराणसी से अहमदाबाद जा रही ट्रेन के मुसाफिरों को बसों के ज़रिए कानपुर स्टेशन तक लाया गया। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरी ट्रेन का इंतज़ाम किया गया है।
सात ट्रेनें रद्द, तीन के रूट बदले गए
रेलवे के अनुसार, पटरी से उतरने के कारण सात ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और तीन का मार्ग बदल दिया गया है। उत्तर मध्य रेलवे जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि दुर्घटना स्थल से कानपुर रेलवे स्टेशन तक यात्रियों को ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। शशिकांत त्रिपाठी त्रिपाठी ने बताया, "यात्रियों को वापस कानपुर ले जाने के लिए कानपुर से आठ डिब्बों वाली एक मेमू ट्रेन दुर्घटना स्थल के लिए भेजी गई है, ताकि उन्हें उनके गंतव्य तक भेजने के लिए आगे की व्यवस्था की जा सके।"