सोनभद्र: असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजय दशमी के अवसर पर पूरे देश में धूम है। सोनभद्र के चोपन में रावण के पुतले की चर्चा जोरों पर है। हर साल की तरह इस बार भी चोपन में सबसे ऊंचा 85 फीट का रावण का पुतला जलाया जाएगा और चारों दिशाओ में मुंडी घूमती नज़र आएगी।
चोपन में जलेगा 85 फीट का रावण
पुतले को अंतिम रूप देने के लिए कारीगर जुटे हैं। रावण का पुतला दहन करके विजया दशमी का पर्व मनाया जाता है लेकिन चोपन का रावण हमेशा से आकर्षन का केंद्र रहा हैं। 85 फ़ीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन होगा। सबसे खास बात है कि ये रावण का पुतला हाईटेक है। इसमें आधुनिक लाइट लगी होती है। सबसे बड़ी खासियत यह कि इसके गर्दन चारों दिशा में घूमते दिखाई दे रहे हैं। चारों दिशा में घूमते सर और इसमें लगी लाइट लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच लेता है।
लाखों के पटाखे लगाए गए हैं पुतले में
जब इसे जलाया जाएगा तो एक-एक करके रावण का सर धाराशाही होते जाएंगे। रावण में लाखों के पटाखे भी डाले गए हैं और लगभग 2 घंटे तक राम-रावण के युद्ध के दौरान लगातार आतिशबाजी भी की जाती है। जब इसके पुतले में आग लगाया जाएगा तो काफी देर तक पटाखे जलते रहेंगे।
55 साल से चली आ रही परंपरा
आयोजक समिति ने बताया कि 50 से 55 साल से रावण दहन का आयोजन रेलवे रामलीला समिति के द्वारा कराया जाता रहा है। इस बार भी सभी के सहयोग से भव्य रावण के पुतले का निर्माण कराया गया है। रामलीला समिति द्वारा यह निर्णय किया गया कि इस बार सिर घूमने के साथ-साथ रामलीला की भव्यता को चार चांद लगाया जाएगा। आसपास जिलों में से सबसे ज्यादा चोपन का रावण का पुतला आकर्षण का केंद्र बना है।
रिपोर्ट- संतोष कुमार