प्रयागराज: गैंगस्टर अतीक अहमद की हत्या के बाद अब वह शख्स दहशत में है जिसकी वजह से वह सलाखों के पीछे गया था। हम बात कर रहे हैं प्रयागराज की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के PRO रमाकांत की। यह रमाकांत ही थे जिनके द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर अतीक अहमद जेल गया और फिर कभी बाहर ही नहीं आ पाया। अब रमाकांत को डर सता रहा है कि गैंगस्टर की मौत के बाद उसके गुर्गे उनके खून के प्यासे हो चुके होंगे।
एक छात्र के रस्टीकेशन से जुड़ा है यह मामला
अतीक अहमद ने प्रयागराज के एग्रीकल्चर इंस्टीटूट में भी अपने रसूख का इस्तेमाल करके कई शिक्षकों और कॉलेज के अधिकारियों को कमरा बंद करके पीटा था। यह मामला साल 2016 के 14 दिसंबर का है जब गैंगस्टर अतीक अपने एक दर्जन गुर्गों के साथ कॉलेज में जमकर उत्पात मचाया था। दरसअल, अतीक अहमद के लड़के को ट्यूशन पढ़ाने वाला एक लड़का एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में छात्र था लेकिन परीक्षा में नकल के आरोप में उस छात्र को रस्टीकेट कर दिया गया था। छात्र यह मामला लेकर अतीक के पास गया।
गुर्गों के साथ अतीक ने यूनिवर्सिटी पर बोला धावा
पहले अतीक ने फोन पर यूनिवर्सिटी के अफसरों से छात्र का रस्टीकेशन वापस लेने को कहा, लेकिन जब कॉलेज की तरफ से नियमों का हवाला देकर मना किया गया तो गैंगस्टर ने अपने एक दर्जन गुर्गों के साथ यूनिवर्सिटी में धावा बोल दिया। यूनिवर्सिटी के कैंपस में अतीक के गुर्गों को जो मिला उसको पीटा। उन्होंने VC के कमरे में जाकर यूनिवर्सिटी के PRO रमाकांत दुबे को कमरा बंद करके कई थप्पड़ मारे और जान से मारने की धमकी दी। उस वक्त अतीक के साथ उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी बमबाज गुड्डू मुस्लिम और साबिर भी मौजूद थे।
रामाकांत दुबे की FIR पर नहीं हुई थी कार्रवाई
रमाकांत दुबे ने अतीक की गुंडई की FIR भी कराई लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। बाद में हाई कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने अतीक को गिरफ्तार करके नैनी जेल भेज दिया। उसके बाद से अतीक की जेल बदलती रही और मुकदमों की फेहरिस्त बढ़ती गई लेकिन वह जेल से बाहर नहीं आ सका और रिमांड पर ही उसकी मौत हो गई। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अतीक और उसके गुर्गों पर मुकदमा दर्ज कराने वाले एग्रीकल्चर इंस्टीटूट के PRO रमाकांत दुबे अब दहशत में हैं।
अतीक ने जेल जाने के बाद भी दी थी धमकी
रमाकांत ने कहा कि अतीक की मौत के बाद उसके गुर्गे और खूंखार हो चुके होंगे और उनकी हत्या भी कर सकते हैं क्योंकि उनके ही मामले में वह जेल गया और बाहर नहीं आ पाया। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में अतीक की गुंडई CCTV में भी कैद हो गई थी। रमाकांत द्वारा FIR की बात पता चलने के बाद अतीक ने उन्हें फोन पर धमकाते हुए कहा था कि तुमने अभी मार देखी ही कहां है। जेल जाने के बाद भी अतीक केस में पैरवी न करने और गवाही न देने के लिए उन्हें धमकाता रहा। रमाकांत ने कहा कि अगर उनको सुरक्षा नहीं मिली तो वह कभी भी अतीक के गुर्गों का शिकार हो सकते हैं।