अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण निर्धारित समय से तीन महीने पहले पूरा होने की संभावना है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भव्य राम मंदिर का निर्माण समय सीमा से पहले पूरा होने की संभावना है। राम जन्मभूमि में ट्रस्ट के कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, हमें विश्वास है कि मंदिर नियत तारीख से तीन महीने पहले पूरा हो जाएगा। इसलिए अब हमने दिसंबर 2023 के बजाय इसे पूरा करने के लिए सितंबर 2023 तक की समय सीमा निर्धारित की है।
मंदिर के पहले चरण 75 फीसदी काम पूरा..
गुप्ता ने कहा, भगवान राम के मंदिर का गर्भगृह अष्टकोणीय होगा और मंदिर अब आकार लेता दिख रहा है। मंदिर के पहले चरण का लगभग 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब मंदिर में केवल 167 खंभे लगाने बाकी हैं। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा, मंदिर का निर्माण कार्य निर्धारित समय से आगे चल रहा है। जल्द ही गर्भगृह की बीम लगाने का काम शुरू हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इसी साल जनवरी की शुरुआत में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है और 2023 के अंत तक मूल गर्भगृह का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
भक्त 2024 में कर सकेंगे रामलला के दर्शन
उन्होंने कहा था, हमने दिसंबर 2023 में मंदिर के निर्माण की समयसीमा तय की है और जनवरी 2024 से इसे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2020 को मंदिर निर्माण के लिए ‘भूमि पूजन’ किया था। बता दें कि लंबे समय तक रामलला को तिरपाल के टेंट में रहना पड़ा था लेकिन अब जल्द ही रामलला का मंदिर उनके व उनके भक्तों के लिए बनकर तैयार होने जा रहा है। इस कारण अयोध्या में पर्यटकों के आने के लिए तेजी से सरकार द्वारा निर्माण कार्य भी कराया जा रहा है ताकि यात्रियों को आने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
(इनपुट-भाषा)