आज राज्यसभा की 15 सीटों के लिए वोटिंग होने जा रहा है। इसमें यूपी की 10, कर्नाटक की 4 और हिमाचल की एक सीट पर मतदान होगा। बता दें कि 56 राज्यसभा सीटों में से 41 सीटों पर पहले ही उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं। राज्यसभा की वोटिंग से पहले यूपी में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव की डिनर में नहीं पहुंचे 7 विधायक नहीं पहुंचे। इसके बाद से ही क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है। इसी बीच कुंडा से विधायक राजा भैया की पार्टी ने अपना पत्ता खोल दिया है और कहा, उनकी पार्टी बीजेपी को वोट करेगी।
यूपी में हो सकता है सबसे बड़ा खेल
आज यूपी की 10, कर्नाटक की 4 और हिमाचल प्रदेश की 1 राज्यसभा सीट के लिए वोटिंग होगी। तीनों ही राज्यों में बीजेपी ने प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का अंकगणित खराब कर दिया है। वोटिंग सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगी और इस वोटिंग में बड़े सियासी खेल की संभावना है। यूपी में बीजेपी ने यहां आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, नवीन जैन और संजय सेठ को मिलाकर 8 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा हैं। जानकारी दे दें कि बीजेपी ने संजय सेठ को आठवां उम्मीदवार बनाया है। संजय सेठ का मामला फंसा हुआ दिख रहा है। हालांकि बीजेपी का दावा है कि उनका 8वां उम्मीदवार भी जीतेगा। वहीं, राज्यसभा चुनाव में सपा ने तीन प्रत्याशी जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को मैदान में उतारा है।
आज होगी तीसरे उम्मीदवार की घोषणा
हालांकि अखिलेश यादव ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की वरीयता तय नहीं की है। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव आलोक रंजन को अपना तीसरा उम्मीदवार बना सकते हैं। इसका खुलासा आज सुबह 8 बजे इंडी अलायंस की होने वाली बैठक में अखिलेश यादव करेंगे। बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव खुद आज विधायकों को वोटिंग का सीक्रेट मैसेज भेजेंगे। समाजवादी पार्टी को सबसे ज्यादा क्रॉस वोटिंग का डर है क्योंकि सोमवार को अखिलेश यादव ने इंडी अलायंस के विधायकों को ट्रेनिंग और डिनर के लिए बुलाया था, लेकिन एसपी की डिनर का स्वाद तब बिगड़ गया। एसपी के 7 विधायक इस डिनर से गायब रहे। राकेश पाण्डेय, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, मनोज पाण्डेय, विनोद चतुर्वेदी, महाराजी प्रजापति और पूजा पाल अखिलेश की डिनर में नहीं पहुंचे। ऐसा माना जा रहा है कि ये सभी विधायक बीजेपी के पक्ष में वोट कर सकते हैं।
एनडीए के लिए भी राह आसान नहीं
वहीं, वोटिंग से ठीक एक दिन पहले जनसत्ता पार्टी के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका दे दिया, राजा भैया ने साफ-साफ कह दिया कि उनकी पार्टी बीजेपी प्रत्याशी को वोट करेगी लेकिन अभी भी बीजेपी और समाजवादी पार्टी के सामने नंबर का संकट हैं। यूपी में राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 37 विधायकों के मतों की जरूरत है। बीजेपी को सभी आठ प्रत्याशी जिताने के लिए 296 विधायकों के वोट की जरूरत होगी, लेकिन एनडीए के पास इस वक्त 287 विधायक हैं यानी 9 कम हैं। जबकि इंडी अलायंस को तीनों उम्मीदवार जिताने के लिए 111 वोटों की जरूरत है, लेकिन उनके पास अभी 108 विधायक ही हैं, यानी 3 कम।
क्रॉस वोटिंग से बड़ी उम्मीद
विधानसभा में इस वक्त बीजेपी के 252 विधायक है। सहयोगी अपना दल के 13, आरएलडी के 9, निषाद पार्टी के 6, जनसत्ता पार्टी के 2 सुभासपा के 5 और अब्बास अंसारी को छोड़कर क्योंकि वो इस वक्त जेल में हैं। वहीं, एसपी के 108 विधायक हैं, इसमें से दो विधायक रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी जेल में हैं। ऐसे में एसपी के पास 106 विधायक रह जाते हैं। कांग्रेस के दो वोटों को मिलाने के बाद एसपी के 108 वोट हो जाते हैं। अब एसपी की निगाहें बीएसपी के एक विधायक उमाशंकर सिंह पर टिकी हैं। ऐसे में बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों को क्रॉस वोटिंग से बड़ी उम्मीद है। अब ये आज वोटिंग के बाद साफ होगा कि कौन किसके साथ रहा और किसने पाला बदला।
ये भी पढ़ें:
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को सता रहा 'क्रॉस वोटिंग' का डर! सभी विधायकों को भेजा होटल