राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की तीसरी सीट फंस सकती है। यूपी की दस सीटों पर होने जा रहे राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने आठवें उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा कर दी है। संजय सेठ को बीजेपी ने अपना आठवां उम्मीदवार बनाया है। संजय सेठ ने आज अपना नामांकन भी कर दिया। यूपी में राज्यसभा की कुल 10 सीटों के लिए चुनाव होना है। इससे पहले बीजेपी ने अपने सात उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। जबकि सपा के तीन उम्मीदवार अपना नामांकन भी दाखिल कर चुके हैं।
तीसरी सीट जीतने के लिए सपा को 3 वोट चाहिए
मिली जानकारी के अनुसार, तीनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए सपा को 111 वोट चाहिए। सपा के पास 108 विधायक हैं। इसमें से एक रमाकांत यादव जेल में हैं। वहीं, सपा विधायक पल्लवी पटेल पार्टी से नाराज हैं। ऐसे में सपा के पास 106 बचेगी। कांग्रेस के दो वोट सपा उम्मीदवार को मिले तो भी सपा के पास 108 (106+2) ही रहेंगे। यानी तीन वोट कम पड़ेंगे।
बीजेपी को 10 वोट कम पड़ेंगे
यूपी विधानसभा में इस समय 399 विधायक हैं। चार सीटें रिक्त हैं। वर्तमान संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए प्रथम वरीयता के 37 वोटों की जरुरत पड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक आठवीं राज्यसभा सीट जीतने के लिए बीजेपी के पास 10 वोटों की कमी है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 252 विधायक हैं और इसे एनडीए के कई सहयोगियों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें अपना दल-सोनेलाल (13 विधायक), निषाद पार्टी (6 विधायक), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी ) के 6 विधायक शामिल हैं। इसके अलावा जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के 9 विधायक भी बीजेपी को समर्थन देंगे। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया सहित जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के दो विधायकों के भी भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करने की संभावना है।
पल्लवी पटेल सपा से नाराज
खबरों के मुताबिक, पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के राज्यसभा चुनाव उम्मीदवारों से खुश नहीं हैं और हो सकता है कि वोटिंग के दौरान उनका समर्थन न करें। बताया जा रहा है कि पल्लवी पटेल जया बच्चन और आलोक रंजन के नामांकन से खुश नहीं हैं। समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन को अपना उम्मीदवार बनाया है। चुनाव की स्थिति में 27 फरवरी को मतदान किया जाएगा। आज नामांकन की आखिरी तारीख है।