लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में एक और चुनाव होना है। यह चुनाव है प्रदेश की रिक्त होने वाली 10 राज्यसभा सीटों का है। इस चुनाव में प्रदेश के चुने हुए विधायक वोट करेंगे। विधानसभा में सदस्यों की संख्या के हिसाब से भारतीय जनता पार्टी 7 और समाजवादी पार्टी 2 सीटों पर चुनाव बड़े आराम से जीत जाएगी। लेकिन केवल एक सीट के लिए जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। इस सीट को जीतने के लिए सपा और भाजपा अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं।
एक सीट पर मचा है घमासान
बीजेपी ने आठवीं सीट के लिए संजय सेठ को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सपा ने जया बच्चन, आलोक रंजन और रामजीलाल सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसमें से जया बच्चन और अलोक रंजन का चुनाव जीतना तय है लेकिन रामजीलाल सुमन और बीजेपी के संजय सेठ के बीच मामला फंसा हुआ है। आठवीं सीट के लिए बीजेपी और सपा दोनों अन्य दलों के वोटों पर निर्भर हैं। दोनों दलों को उम्मीद है कि चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग होगी, जिससे उन्हें फायदा मिलेगा।
RLD करेगी बीजेपी के उम्मीदवार के लिए वोट
इस बीच भाजपा-राष्ट्रीय लोक दल समझौते की औपचारिक घोषणा होने से पहले ही आरएलडी ने कहा है कि उसके सभी नौ विधायक राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को वोट देंगे। इसके साथ ही यह सभी विधायक आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बुलाई गई बैठक में भी शामिल होंगे। वहीं इससे पहले अपने समर्थन में वोटों की जुगाड़ के लिए बीजेपी और सपा दोनों दलों के नेता कुंडा से विधायक राजा भैया से भी मिले थे। उनके दल के भी दो विधायक हैं। हालांकि उन्होंने अभी साफ़ नहीं किया है कि वह किसे वोट करेंगे।
सपा विधायकों की हुई ट्रेनिंग
वहीं वोटिंग से पहले रविवार को ही समाजवादी पार्टी ने अपने सभी विधायकों को लखनऊ बुलवा लिया था। पार्टी मुख्यालय में उन्हें राज्यसभा चुनाव की बारीकियां भी समझाई गईं। विधायकों को डमी मतपत्र के जरिए वोट डालने का अभ्यास भी कराया गया। बता दें कि पार्टी पिछले दो दिनों से अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही है। वह नहीं चाहती है कि कोई भी विधायक का वोट निरस्त किया जाए, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़े।